!!अनिल एस साक्षी!!
जम्मू : तारबंदी और बर्फबारी के बावजूद सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ रूक नहीं रही है. अब तो वे अत्याधुनिक सिस्टम को भी धोखा देकर इस ओर चले आ रहे हैं. पुंछ के बगयाल दर्रे में दो दिन पहले आनेवाले आतंकियों के जत्थे से इसकी पुष्टि होती है. मारे गये आतंकियों के कब्जे से बरामद डायरी यह बयान करती थी कि उस पार आतंकवादियों के लिए अब नये कैंप भी सक्रिय हैं. मारे गये आतंकी अत्याधुनिक हथियारों, जीपीएस सिस्टम, मोबाइल, सेटेलाइट फोन और बर्फ में जंग की परिस्थितियों में जिंदा रहने लायक सामान लेकर आये थे.
उनके पैरों में विदेशी स्नो बूट थे तो उनकी डायरी कहती है कि पाक सेना अब उन्हें स्नो स्कूटरों का भी प्रशिक्षण दे रही हैै. आतंकियों को रोकने के लिए दस फुट ऊंची कांटेदार तार एलओसी पर डाली गयी है पर वह वर्तमान में किसी काम की नहीं रही है. ऊंचाई वाले इलाकों में 65 फीसदी बर्फ के पहाड़ों के नीचे दफन हो गये हैं. यही कारण है कि इस बार फिर बर्फबारी के कारण तारबंदी के बर्फ के नीचे दबे होने पर सैनिकों को अधिक सतर्क रहना पड़ रहा है. लेकिन, आतंकी नये रास्तों की तलाश कर इस ओर घुसे आते हैं.
बगयाल दर्रे में मारे गये दल के पास से पूरे तीन ऐसे सिस्टम पहली बार पकड़े गये हैं, जिसने सुरक्षाधिकारियों के पांव तले से जमीन खिसका दी है. ऐसे सिस्टम का इस्तेमाल कर आतंकी उन रास्तों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, जिनके प्रति अभी तक सेना बेखबर थी.
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