राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष में बढ़ी कवायद, संयुक्त उम्मीदवार उतारने की खातिर सोनिया गांधी से मिले शरद पवार

नयी दिल्ली : जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर विपक्ष में गतिविधियां तेज हो गयी हैं. इस चुनाव में विपक्ष की ओर से संयुक्त उम्मीदवार को मैदान में उतारने को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने कांग्रेस की अध्यक्ष और यूपीए की संयोजक सोनिया गांधी से मुलाकात […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 27, 2017 8:05 AM
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नयी दिल्ली : जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव को लेकर विपक्ष में गतिविधियां तेज हो गयी हैं. इस चुनाव में विपक्ष की ओर से संयुक्त उम्मीदवार को मैदान में उतारने को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने कांग्रेस की अध्यक्ष और यूपीए की संयोजक सोनिया गांधी से मुलाकात की. बताया जा रहा है कि इस मुलाकात में राकांपा प्रमुख पवार और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देश के मौजूदा राजनीतिक माहौल पर आपस में चर्चा की.

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बताया यह भी जा रहा है कि कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार की खातिर विपक्ष का नेतृत्व कर रही हैं. इस मसले पर चर्चा करने के लिए उन्होंने यूपीए के घटक दलों के कई नेताओं के साथ हाल ही में बैठकें भी की हैं. इसी सिलसिले में बुधवार को राकांपा के प्रमुख शरद पवार ने सोनिया गांधी के आवास पर मुलाकात के दौरान करीब आधे घंटे तक बातचीत की.

बताया यह भी जा रहा है कि विपक्ष की ओर से शरद पवार का नाम भी राष्ट्रपति पद के लिए संयुक्त उम्मीदवार के रूप में लिया जा रहा है. हालांकि उन्होंने अब तक कहीं भी सार्वजनिक रूप से अपनी दावेदारी की चर्चा नहीं की है. बीजेपी के सहयोगी दल शिवसेना ने उनका समर्थन किया है.

शरद यादव ने भी की थी सोनिया गांधी से मुलाकात

बताते चलें कि राष्ट्रपति चुनाव जुलाई में होने वाला है. इस मसले पर चर्चा के लिए यूपीए की संयोजक सोनिया गांधी ने जदयू नेता शरद यादव से भेंट की थी. राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि विपक्ष की ओर से शरद यादव का नाम भी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में चल रहा है. इससे पहले सोनिया गांधी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और वामपंथी नेता सीताराम येचुरी तथा डी राजा से भी भेंट की थी.

आडवाणी का दौड़ से बाहर होने पर संयुक्त उम्मीदवार पर चर्चा कर रहा है विपक्ष

राष्ट्रपति चुनाव को लेकर तेज हुई राजनीति में भाजपा की ओर से प्रबल दावेदार लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी पर बाबरी मस्जिद प्रकरण में आपराधिक साजिश रचने के मामले पर सुनवाई फिर से शुरू होने के कारण वे इस पद की दौड़ से बाहर हो गये हैं. ऐसे में विपक्ष की ओर से संयुक्त उम्मीदवार उतारने की कोशिशें शुरू हो गयी हैं.

मोहन भागवत का नाम उछाल रही है शिवसेना

उधर शिवसेना ने संघ प्रमुख मोहन भागवत का प्रबल समर्थन किया है लेकिन भागवत स्वयं चुनाव से नहीं लड़ने की घोषणा कर चुके हैं इसके अलावा, भाजपा की ओर से भी भागवत का नाम सामने नहीं आया है. शिवसेना ने निर्विरोध चुनाव कराने की वकालत करते हुए शरद पवार का समर्थन किया है.

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