पंजाब और हरियाणा में अकेले चुनाव लड़ने के संकेत
इन तमाम कयासों के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब और हरियाणा में अकेले चुनाव लड़ने के संकेत दिए है. उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत तक हम पंजाब से अपने सभी 13 और चंडीगढ़ से 14वें उम्मीदवार की घोषणा कर देंगे. इस बयान के बाद जहां एक ओर विपक्षी गठबंधन में खलबली मची हुई है वहीं, बीजेपी ने भी तंज कसा है.
I.N.D.I.A. गठबंधन को एक और झटका
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा है कि I.N.D.I.A. गठबंधन को एक और झटका लगा है. आगे उन्होंने बताया कि अरविंद केजरीवाल ने आज घोषणा की है कि AAP पंजाब की 13 सीटों और चंडीगढ़ की एक सीट पर अकेले चुनाव लड़ेगी. इसका मतलब है कि I.N.D.I.A. गठबंधन वहां चुनाव नहीं लड़ेगा, वहां गठबंधन नहीं होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि I.N.D.I.A. गठबंधन का ढांचा चरमरा रहा है. उन्होंने गठबंधन पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि इस गठबंधन का कोई मिशन नहीं, कोई विजन नहीं, सिर्फ कमीशन, सिर्फ भ्रष्टाचार, सिर्फ भ्रम, सिर्फ विरोधाभास है.
ना तो संयोजक के नाम की घोषणा ना ही सीट शेयरिंग पर फैसला
बता दें कि विपक्षी गठबंधन की तरफ से अभी तक न तो संयोजक के नाम की घोषणा की गई है और ना ही सीट शेयरिंग पर फैसला हुआ है. इन्हीं अहम विषयों पर विपक्षी गठबंधन के घटक दल में नाराजगी देखने को मिली है. बिहार में जदयू के जाने से गठबंधन को गहरा झटका लगा है वहीं, कई बसपा और बीजद जैसी पार्टियों का समर्थन नहीं मिलने से भी खेमे में उदासी है. ऐसे में जब आम आदमी पार्टी ने पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने की बात कही है तो सवाल खड़े हो रहे है कि क्या दिल्ली में भी कुछ ऐसा ही होगा? अगर ऐसा होता है तो यह विपक्षी गठबंधन के लिए बड़ा धक्का होगा.