आधा भारत नहीं जानता सबसे बड़े रेलवे स्टेशन के बारे में, नाम लेगा तो लग जाएगा टाइम
Biggest Railway Station: चेन्नई में स्थित "पुराट्ची थलाइवर डॉ. मारुदुर गोपालन रामचंद्रन सेंट्रल रेलवे स्टेशन" भारत का सबसे लंबे नाम वाला रेलवे स्टेशन है. पहले यह मद्रास सेंट्रल के नाम से जाना जाता था और 1873 में इसकी स्थापना हुई थी. यह स्टेशन दक्षिण भारत का एक प्रमुख और ऐतिहासिक रेलवे जंक्शन है, जहां से देश के लगभग सभी बड़े शहरों के लिए ट्रेनें चलती हैं.
By Ayush Raj Dwivedi | July 1, 2025 10:43 AM
IndiaBiggest Name Railway Station: भारतीय रेलवे नेटवर्क दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है. यहां हर दिन करीब 22,593 ट्रेनें दौड़ती हैं. जिनमें से 13,452 ट्रेनें यात्री सेवा देती हैं. पूरे देश में फैले 7,349 से अधिक रेलवे स्टेशन भारत के लोगों की आवाजाही की रीढ़ हैं. इनमें कुछ स्टेशन अपने ऐतिहासिक महत्व या सुविधाओं के कारण चर्चा में रहते हैं, तो कुछ अपने अनोखे नामों की वजह से लोगों को हैरान कर देते हैं. ऐसा ही एक स्टेशन है जिसका नाम एक बार में बोलना तो दूर, याद रखना भी आसान नहीं है. यह स्टेशन है “पुराट्ची थलाइवर डॉ. मारुदुर गोपालन रामचंद्रन सेंट्रल रेलवे स्टेशन”.
कहां स्थित है यह स्टेशन?
यह स्टेशन तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में स्थित है और इसे पहले मद्रास सेंट्रल के नाम से जाना जाता था. साल 1873 में स्थापित यह स्टेशन दक्षिण भारत के सबसे व्यस्त और प्रमुख रेलवे जंक्शनों में से एक है.
नामकरण का इतिहास
इस स्टेशन का नाम तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और साउथ फिल्मों के महान अभिनेता डॉ. एम.जी. रामचंद्रन के सम्मान में रखा गया है. वे ‘पुराट्ची थलाइवर’ यानी ‘क्रांतिकारी नेता’ के नाम से प्रसिद्ध थे और आज भी तमिलनाडु की राजनीति और संस्कृति में एक बड़ा नाम हैं.
यह स्टेशन भारत में सबसे लंबे नाम वाला रेलवे स्टेशन है.यहां से देश के लगभग सभी प्रमुख शहरों के लिए ट्रेनें उपलब्ध हैं.रोजाना हजारों यात्री यहां से सफर करते हैं और यह दक्षिण भारत के लिए एक केंद्रीय यात्री केंद्र के रूप में काम करता है.