Caste Census : नेहरू जाति आधारित आरक्षण के कट्टर विरोधी थे, धर्मेंद्र प्रधान ने जाति जनगणना पर उठे सवाल पर कहा
Caste Census : लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, ‘‘हम सरकार के इस फैसले का पूरा समर्थन करते हैं, लेकिन सरकार को इसकी समयसीमा बतानी होगी कि जातिगत गणना का काम कब तक पूरा होगा.’’ विपक्ष के द्वारा उठाए जा रहे सवाल का केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जवाब दिया है.
By Amitabh Kumar | May 1, 2025 11:08 AM
Caste Census : केंद्रीय कैबिनेट द्वारा राष्ट्रीय जनगणना में जाति जनगणना को शामिल करने की मंजूरी के बाद बयानबाजी का दौर जारी है. इसपर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, ‘बुधवार को जब यह फैसला लिया गया तो कुछ लोग भड़क गए. वे कह रहे थे ‘सरकार उनकी है, सिस्टम हमारा है.’ 1951 में सरकार और सिस्टम पर किसका नियंत्रण था? यह सब जानते हैं. यह सर्वविदित है कि अगर देश में बाबा साहब और महात्मा गांधी नहीं होते, अगर नेहरू के मन में सामाजिक संवेदनशीलता का मुद्दा नहीं होता, अगर संविधान सभा से सलाह लेने की जरूरत नहीं होती, तो आज देश में आरक्षण नहीं होता. नेहरू जाति आधारित आरक्षण के कट्टर विरोधी थे.
धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा, ’’मंडल आयोग की रिपोर्ट को 10 साल तक कालकोठरी में किसने बंद रखा? वीपी सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में हमारे (बीजेपी) सुझाव पर मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू की गई. राजीव गांधी ने भी ओबीसी आरक्षण के खिलाफ लंबे-लंबे भाषण दिए हैं. जिनका सामाजिक न्याय उनके परिवारों के लिए न्याय तक सीमित है, उनसे हम क्या उम्मीद कर सकते हैं? कांग्रेस पार्टी हमेशा से देश के वंचित, आदिवासी, दलित और पिछड़े वर्गों के खिलाफ रही है. इसीलिए आज उनका पाखंड दिख रहा है.”
#WATCH | Delhi | On Union Cabinet's approval to include caste census in the national census, Union Minister Dharmendra Pradhan says, "Yesterday when this decision was taken, some people got agitated. They were saying 'sarkar unki hai, system humara hai'… Who was in control of… pic.twitter.com/icZVZYNgKO
तेजस्वी यादव के बयान पर क्या बोले धर्मेंद्र प्रधान
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के बयान पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “हम उन ग्रुप्स के बारे में क्या कह सकते हैं जो एक परिवार तक सीमित रहते हैं. जो लोग एक ऐसे कुनबे से घिरे हैं जो अपनी आत्मीयता और अपने दायरे को एक परिवार तक ही सीमित रखता है, उन्हें सलाह देने से बचना चाहिए. उन्हें खुद को बेहतर शिक्षित करना चाहिए.”
राहुल गांधी के पोस्टर लगाए गए
केंद्र सरकार द्वारा जाति जनगणना को राष्ट्रीय जनगणना में शामिल करने के फैसले के बाद कांग्रेस कार्यालय के बाहर राहुल गांधी के पोस्टर लगाए गए हैं. वे लंबे समय से इसकी मांग कर रहे थे. कांग्रेस ने अगली जनगणना में जातिगत गणना कराए जाने के केंद्र सरकार के फैसले का बुधवार को समर्थन किया. पार्टी ने यह भी कहा कि सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि यह कब तक होगा तथा किस प्रकार से होगा. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि वह सरकार के फैसले का समर्थन करते हैं, लेकिन सरकार को बताना चाहिए कि यह किस तारीख तक होगी. कांग्रेस और विपक्ष ने पूरे देश में जमीनी स्तर पर अभियान चलाया, सरकार का यह फैसला उसी का नतीजा है.
#WATCH | Delhi | After the Centre decided to include caste census in the national census, posters have been put up outside the Congress office showing Rahul Gandhi, who had a long-standing demand for it pic.twitter.com/dcYsv80iqC