महाकुंभ हादसे पर सीएम योगी ने दिए जांच के आदेश, मृतक के परिजनों को 25-25 लाख मुआवजे का ऐलान
Maha Kumbh Stampede: महाकुंभ भगदड़ को लेकर यूपी के सीएम ने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं.
By Ayush Raj Dwivedi | January 29, 2025 8:38 PM
MahaKumbh Stampede: महाकुंभ भगदड़ हादसे को लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक जांच का आदेश दिया है. सीएम योगी ने कहा कि, हादसे के कारण की जांच होगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो. महाकुंभ में जान गवाने वालों को प्रदेश सरकार 25-25 लाख का मुआवजा देने का भी ऐलान किया है. न्यायिक कमिटी में तीन सदस्य होंगे. न्यायमूर्ति हर्ष कुमार के नेतृत्व में पूर्व डीजी वीके गुप्ता और रिटायर्ट आईएएस डीके सिंह तीन सदस्यों वाली ज्यूडिशियल कमीशन को गठित किया जा रहा है.
महाकुंभ में मची भगदड़ पर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, “घटना के कुछ समय बाद ही ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। दुर्भाग्य से ये मौतें हुई हैं… इन सभी मुद्दों पर सवाल उठेंगे. जिन घायलों को छुट्टी दे दी गई है, वे अपने परिवार के सदस्यों के साथ चले गए हैं। यह कुंभ का मुख्य स्नान था और प्रयागराज में भारी दबाव (श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या) के कारण रास्ते बंद हो गए थे। प्रशासन कल रात से ही उन रास्तों को खोलने का प्रयास कर रहा था। इस घटना के बाद अखाड़ों ने मेला प्रशासन के अनुरोध पर वहां अमृत स्नान स्थगित कर दिया, जो सुबह 4 बजे शुरू होना था। दोपहर में अमृत स्नान शुरू हुआ, जिसमें सभी अखाड़ों ने भाग लिया…”
#WATCH | On Mahakumbh stampede, Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath says "Within some time of the incident, a green corridor was created and injured were rushed to the hospital. Unfortunately, these deaths have happened… On all these issues, questions will be raised. The injured… pic.twitter.com/DmBUavKmNp
डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण का कहना है, “ब्रह्म मुहूर्त से पहले रात 1 से 2 बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर भारी भीड़ जमा हो गई. इस भीड़ के कारण दूसरी तरफ लगे बैरिकेड टूट गए और भीड़ ने दूसरी तरफ ब्रह्म मुहूर्त की डुबकी लगाने के लिए इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं को कुचल दिया. करीब 90 लोगों को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन दुर्भाग्य से 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। इन 30 में से 25 की पहचान हो गई है और बाकी की पहचान होनी बाकी है। इनमें कर्नाटक के 4, असम का 1, गुजरात का 1 लोग शामिल हैं…36 लोगों का स्थानीय मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। फिलहाल स्थिति सामान्य है