Pinaka Rocket: भारत ने तैयार किया ऐसा स्वदेशी रॉकेट लॉन्चर, हर 4 सेकंड में दुश्मनों पर बरसायेगा गोले

स्वदेशी रॉकेट पिनाका का नाम भगवान शिव के धनुष के नाम पर रखा गया है. परीक्षण के दौरान पिनाका ने तय मानकों को सफलतापूर्वक पार कर लिया. साथ ही टारगेट को ध्वस्त करने में भी सफल रहा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2022 5:04 PM
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रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय नौसेना ने पिछले दिनों स्वदेशी रॉकेट का सफलतापूर्वक परीक्षण किया. डीआरडीओ के अधिकारियों ने बताया कि ओडिशा के बालासोर और पोखारण में मेड इन इंडिया एन्हांस्ड पिनाका रॉकेट का पिछले दिनों सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया. पिनाका रॉकेट की ताकत को बढ़ाने में लगातार काम किया जा रहा है. जिसमें मुनिशंस इंडिया और इकोनॉमिक एक्ससप्लोसिव्स लिमिटेड सहित अन्य ने इसके निर्माण में बड़ी भूमिका निभायी.

भगवान शिव के धनुष के नाम पर रखा गया स्वदेशी रॉकेट का नाम

स्वदेशी रॉकेट पिनाका का नाम भगवान शिव के धनुष के नाम पर रखा गया है. परीक्षण के दौरान पिनाका ने तय मानकों को सफलतापूर्वक पार कर लिया. साथ ही टारगेट को ध्वस्त करने में भी सफल रहा.

पिनाका रॉकेट की खासियत

पिनाका रॉकेट सिस्टम के बारे में बताया जा रहा है कि इससे 44 सेकंड में 12 रॉकेट लॉन्च होंगे. यानी हर 4 सेकंड में दुश्मनों पर रॉकेट बरसाने की इस सिस्टम में क्षमता है. इसके रेंच की बात करें तो 7 किलोमीटर से 90 किलोमीटर तक दुश्मनों को निशाना साध सकता है.

रॉकेट लॉन्चर के तीन वैरियेंट्स

पिनाका रॉकेट लॉन्चर के तीन वैरियेंट्स हैं. जिसमें एमके 1 की मारक क्षमता 45 किलोमीटर, एमके 2 की 90 और एमके 3 की मारक क्षमता 120 किलोमीटर है. इसकी लंबाई 16 फीट 3 इंच से लेकर 23 फीट 23 इंच तक है.

एक सेकंड में 1.63 किलोमीटर की स्पीड से दुश्मनों पर हमला करने की क्षमता

पिनाका रॉकेट की स्पीड 5757 किलोमीटर प्रति घंटे की है. यानी 1.6 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से दुश्मनों हमला कर सकता है. कारगिल युद्ध में भारतीय सेना ने पिनाका एमके 1 संस्करण का इस्तेमाल किया था.

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