ED Raid : ED ने गुरुवार को उद्योगपति अनिल अंबानी के ठिकानों पर मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में छापेमारी की. खबर है कि कार्रवाई PMLA (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) के तहत की गई है. जांच के दौरान समूह से जुड़े बड़े अधिकारियों के ठिकानों पर भी ईडी ने छापेमारी की.
By Amitabh Kumar | July 24, 2025 11:49 AM
ED Raid : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को उद्योगपति अनिल अंबानी के ठिकानों पर छापेमारी की. यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग (धनशोधन) से जुड़े एक मामले में की गई है. टाइम्स ऑफ इंडिया के सूत्रों के मुताबिक, यह मामला करीब 3,000 करोड़ रुपये की संदिग्ध मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है, जो 2017 से 2019 के बीच यस बैंक से लोन के रूप में मिला था. ईडी की जांच CBI की एक प्राथमिकी (FIR) पर आधारित है और इसमें रिलायंस अनिल अंबानी ग्रुप की कंपनियों (RAAGA कंपनियां) की वित्तीय गतिविधियों की जांच की जा रही है.
धोखा देकर सार्वजनिक धन को गलत तरीके से कहीं और भेजा गया
सूत्रों ने बताया कि ED की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि यह एक सोची-समझी योजना थी. इसके जरिए बैंकों, शेयरधारकों, निवेशकों और अन्य सार्वजनिक संस्थानों को धोखा देकर सार्वजनिक धन को गलत तरीके से कहीं और भेजा गया या हड़प लिया गया. जांच में यह भी सामने आया है कि यस बैंक के प्रमोटर समेत बैंक अधिकारियों को रिश्वत देने का मामला भी संदेह के घेरे में है.
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि 2017 से 2019 के बीच यस बैंक से लगभग 3000 करोड़ रुपये के ऋण का अवैध रूप से ग़लत इस्तेमाल किया गया. ईडी को यह भी जानकारी मिली है कि ऋण मंजूरी से पहले यस बैंक के प्रमोटरों की कंपनियों को धनराशि मिली थी. रिश्वत और ऋण के इस संबंध की जांच जारी है.
कई एजेंसियों से महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई ईडी को
अधिकारियों के अनुसार, जांच एजेंसी को इस मामले में राष्ट्रीय आवास बैंक, सेबी, राष्ट्रीय वित्तीय लेखा प्राधिकरण (NFRA) और बैंक ऑफ बड़ौदा समेत कई एजेंसियों से महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस अनिल अंबानी ग्रुप से जुड़े लगभग 35 ठिकानों पर छापेमारी की गई है.