Farmers Protest: CM आवास घेरने संगरूर पहुंचे किसान, पुलिस ने बेरिकेट्स लगाकर रोका रास्ता तो धरने पर बैठे
Farmers Protest: सीएम आवास का घेराव करने बड़ी संख्या में किसान पहुंच रहे हैं. हालांकि, प्रशासन की ओर से सीएम आवास के बाहर सुरक्षा टाइट कर दी गई है. बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है. पुलिस ने रास्तों को बैरिकेट्स से घेर दिया है.
By Pritish Sahay | October 20, 2022 5:08 PM
Farmers Protest: भारती किसान यूनियन (एकता-उग्रहन) ने अपने तय कार्यक्रम के अनुसार संगरूर में मुख्यमंत्री भगवंत मान के आवास के बाहर एक रैली का आयोजन किया. अपनी रैली में किसानों ने क्षतिग्रस्त फसलों के मुआवजे और ढेलेदार त्वचा रोग के कारण गायों की मौत पर भी मुआवजे की मांग की. गौरतलब है कि बीते 9 अक्टूबर से लगातार किसानों का प्रदर्शन जारी है. अपने आंदोलन को लेकर किसान संगठन ने 15 अक्टूबर को अल्टीमेटम दिया था कि सरकार उनकी मांग नहीं मानती है 20 अक्टूबर से किसान सीएम आवास का घेराव करेंगे.
Punjab | Bharti Kisan Union (BKU) (Ekta – Ugrahan) organises a rally outside the residence of Chief Minister Bhagwant Mann in Sangrur, demanding compensation to farmers for damaged crops and the death of cows due to lumpy skin disease. pic.twitter.com/JTRU6gOtFm
सीएम आवास के बाहर सुरक्षा कड़ी: सीएम आवास का घेराव करने बड़ी संख्या में किसान पहुंच रहे हैं. हालांकि, प्रशासन की ओर से सीएम आवास के बाहर सुरक्षा टाइट कर दी गई है. बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है. पुलिस ने रास्तों को बैरिकेट्स से घेर दिया है. वहीं, आवास घेरने जा रहे किसान बैरिकेडिंग के पास ही धरने पर बैठ गये हैं.
क्या है किसानों की मांग: गौरतलब है कि अपनी मांग को लेकर किसान बीते कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. किसान मुख्य रूप से लंफी वायरस से मर रहे पशुओं के लिए मुआवजा और फसलों को हुए नुकसान के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं. इसके अलावा किसानों की कुछ और मांगें भी है.
किसान फसलों के मुआवजा के साख-साथ वायरल रोग से बर्बाद धान, गुआरा और मूंग की फसल की गिरदावरी कर मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं. इसके अलावा किसान निजी जल संशोधन प्रोजेक्ट रद्द कर करने और पहले की तरह ही सरकारी जल सप्लाई स्कीम लागू करने की मांग कर रहे हैं. किसान पंजाब के जीरा स्थित शराब फैक्ट्री को भी बंद करने की मांग पर अड़े हैं. इसके अलावा बुड्डा नाले में जाते केमिकल को बंद करने की मांग कर रहे हैं.