Gujarat Hospital Fire : दिल दहला देने वाली तस्वीर आई सामने, भरूच में कोविड-19 अस्पताल में लगी आग की वजह से 18 की मौत
Bharuch hospital fire/ Gujarat : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच एक बुरी खबर आज सुबह गुजरात के भरूज जिले से आई. यहां कोविड केयर सेंटर में बड़ा हादसा हुआ है जिसमें 18 लोगों की जान चली गई है. bharuch hospital fire,Welfare Hospital,coronavirus,covid-19,fire in hospital,Gujarat
By Agency | May 1, 2021 11:24 AM
देर रात कोविड सेंटर में भीषण आग लग गई
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आग की चपेट में आकर 18 लोगों की जान चली गई
कोरोना संक्रमित मरीजों के रिश्तेदार रोते-बिलखते नजर आए
Bharuch hospital fire/ Gujarat : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच एक बुरी खबर आज सुबह गुजरात के भरूज जिले से आई. यहां कोविड केयर सेंटर में बड़ा हादसा हुआ है जिसमें 18 लोगों की जान चली गई है. भरूच स्थित एक अस्पताल में लगी आग में जान गंवाने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों के रिश्तेदार शनिवार को इमारत के बाहर रोते-बिलखते नजर आए जो हादसे के लिए अस्पताल प्रशासन को जिम्मेदार ठहरा रहे थे.
वेल्फेयर अस्पताल के बाहर अफरातफरी दिखी जहां अधिकारी मृतकों के व्यथित रिश्तेदारों को शांत करने की कोशिश करते दिखाई दिए. अस्पताल के भीतर, दृश्य और अधिक भयावह थे जहां हादसे की दिल दहला देने वाली तस्वीरों में कुछ मरीजों के शव स्ट्रेचरों और बिस्तरों पर जले हुए नजर आए.
राज्य की राजधानी अहमदाबाद से करीब 190 किलोमीटर दूर स्थित अस्पताल में आग लगने के बाद कोरोना संक्रमित कम से कम 18 मरीजों की मौत हो गई. एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि आग इतनी भीषण थी कि आईसीयू वार्ड जलकर खाक हो गया. वेंटिलेटर और दवाएं रखने के लिए फ्रिज के साथ ही बिस्तरों सहित अंदर रखे सभी उपकरण पूरी तरह जल गए.
कुछ मरीजों के शव इतनी बुरी तरह जल गए कि उनकी पहचान मुश्किल हो गई. अस्पताल परिसर में एंबुलेंस और दमकल की गाड़ियों के सायरन सुनाई पड़ रहे थे जो वहां आग बुझाने के लिए साथ ही आग में सुरक्षित बचे मरीजों को दूसरे अस्पतालों में भेजने का काम कर रही थीं. लोगों को अस्पताल के भीतर अपने प्रियजनों के सुरक्षित होने की खबर जानने की अथक कोशिश करते देखा गया.
राहत कार्यों में लगी टीमों के साथ ही कई स्थानीय लोगों को मरीजों को बाहर निकालते और एंबुलेंस वाहनों में पहुंचाते हुए देखा गया ताकि उन्हें पास के अस्पतालों में भर्ती कराया जा सके. कई मरीजों को व्हीलचेयर पर या कपड़ों की मदद से बनाए गए स्ट्रेचरों पर लादकर निकाला गया. जिला पुलिस के भी कई वाहन मौके पर पहुंचे ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे. सिविल अस्पताल भेजे गए एक मरीज की रिश्तेदार आग के मलबे में उसकी फाइल ढूंढ़ती नजर आई.
उन्होंने कहा कि वह फाइल इसलिए ढूंढ़ रही हैं ताकि जिस अस्पताल में मरीज को ले जाया गया है, वह तत्काल उसका इलाज शुरू कर सके.