Gyanvapi Masjid Dispute: ज्ञानवापी में शिवलिंग मामले पर कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने सोमवार को प्रतिक्रिया देते हुए बड़ी बात कही है. कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने कहा कि ‘शिवलिंग’ हमारी आस्था का विषय है. हमारी पार्टी के शीर्ष नेता राहुल गांधी ने खुद कहा है कि वह एक ‘शिव भक्त’ हैं. प्रमोद कृष्णम ने कहा कि सनातन धर्म सभी धर्मों का सम्मान करना सिखाता है, लेकिन हमारे अपने धर्म का अपमान करने की अनुमति नहीं देता है.
प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं: कांग्रेस नेता
इससे पहले बीते दिनों अयोध्या में कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने रामलला के दरबार पहुंचकर दर्शन पूजन किया और राम झरोखे से ही भगवान राम लला के मंदिर निर्माण की प्रक्रिया से भी रूबरू हुए. इस दौरान कांग्रेस नेता ने मीडिया से बात करते हुए ज्ञानवापी मामले पर कहा कि प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं है, जो सामने आ गया उसको किसी प्रमाण की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि साक्ष्य सामने आया है, इसलिए कोर्ट फास्ट ट्रैक में इस मामले पर निर्णय सुनाए.
ताजमहल, कुतुब मीनार हिंदुओं को सौंप दें
ताजमहल के सवाल पर भी सरकार पर निशाना साधते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा था कि भारत सरकार को चाहिए कि ताजमहल और कुतुब मीनार हिंदुओं को सौंप दें. इसके साथ ही उन्होंने ओवैसी को उन्होंने राज ठाकरे का सौतेला भाई बताते हुए कहा कि ना तो इनका कोई धर्म है और ना ही कोई मजहब. ना ही कोई राशि. यह केवल राजनीति चमकाने के लिए बयानबाजी करते हैं.
शिवलिंग मिलने के दावे पर चढ़ा सियासी पारा
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि ज्ञानवापी का मामला हमारी आस्था से जुड़ा हुआ है. भारत की जन भावना से जुड़ा हुआ विषय है. लेकिन, यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है. शिवलिंग को अब तक क्यों छुपाया गया, किसने छुपाया, यह बाद का विषय है. बता दें कि ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे में शिवलिंग मिलने के दावे को लेकर खूब राजनीति देखने को मिल रही है. इसी कड़ी में कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने भी उक्त बयान दिया है.