भारी से बहुत भारी बारिश, घरों में घुसा पानी, गुवाहाटी में जेसीबी के सहारे सड़क पार कर रहे लोग, देखें फोटो
Heavy Rain Alert: देश के कई राज्यों में झमाझम बारिश हो रही है. पूर्वोत्तर भारत के भी कई राज्यों में अगले पांच दिनों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. सबसे बुरा हाल असर का है. सोमवार रात और मंगलवार के प्रदेश के कई इलाकों में जोरदार बारिश हुई. सड़कों पर पानी भर गया, कई इलाकों में लोगों के घरों में बाढ़ का पानी घुस गया. तस्वीरों में देखिए पानी ने किस कदर कोहराम मचा दिया है.
By Pritish Sahay | May 20, 2025 10:24 PM
Heavy Rain Alert: पूर्वोत्तर भारत में मौसम भारी से बहुत भारी बारिश हो रही है. सबसे बुरा हाल असम का है. असम की राजधानी गुवाहाटी में सोमवार रात भर झमाझम बारिश होती रही. मंगलवार सुबह कई सड़कों और रिहायशी इलाकों में जलभराव हो गया. भारी बारिश और जलभराव के कारण यातायात बाधित हुआ और लोगों के घरों तक में पानी घुस गया.
शहर के कुछ इलाकों में लोगों को घुटनों तक पानी में चलते देखा गया जबकि कई इलाकों में पानी का स्तर सीने तक पहुंच गया. चिड़ियाघर रोड, नवीन नगर, हतीगांव, गणेशगुरी, गीता नगर, मालीगांव, हेदायतपुर, गुवाहाटी क्लब, उलुबारी, लाचित नगर, चांदमारी और पंजाबारी इलाकों में जलभराव से लोग हलकान दिखे.
रातभर हुई बारिश के कारण जीएस रोड जोराबाट, तरुण नगर, जटिया, ज्योतिकुची, घोरामारा, वीआईपी रोड, रुक्मिणी गांव, सर्वे और छत्रीबाड़ी आदि इलाकों में भी जलभराव हो गया.
कई जगह वाहन पानी में फंस गए. एंबुलेंस भी जगह-जगह रुकी रहीं जिससे मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाने में दिक्कत आई. गुवाहाटी के सैकड़ों घरों में बारिश का पानी जमा हो गया. साथ ही कई इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई.
भारतीय मौसम विभाग ने अगले दो–तीन दिनों तक असम के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है. 20 मई को दर्ज किए गए बारिश के आंकड़ों के अनुसार गुवाहाटी और उसके आसपास के कई क्षेत्रों में भारी बारिश हुई है, जिनमें गुवाहाटी एडब्ल्यूएस स्टेशन पर 112.5 मिमी बारिश दर्ज की गई.
मौसम विभाग के मुताबिक असम के पश्चिमी और दक्षिणी इलाकों में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश होने की संभावना है और कुछ स्थानों पर बारिश 200 मिमी तक हो सकती है. मौसम विभाग ने बताया “गुवाहाटी शहर में लगातार बारिश से जलभराव बढ़ सकता है. संवेदनशील इलाकों में पेड़ गिरने और स्थानीय स्तर पर भूस्खलन का खतरा बढ़ सकता है.
नगर निकाय के अधिकारी बारिश की स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणालियों को अलर्ट पर रखा गया है.