Himachal Pradesh Election 2022: हिमाचल में हर बार करवट बदलता रहा है ‘सत्ता का ऊंट’, जानें जातीय समीकरण
Himachal Pradesh Election 2022: हिमाचल प्रदेश की सियासत में राजपूत और ब्राह्मण समुदाय का दबदबा रहा है. हिमाचल में सबसे ज्यादा राजपूत 37.5 फीसदी तो ब्राह्मण समुदाय 18 फीसदी हैं. वहीं दलित समुदाय 26.6 फीसदी हैं.
By Prabhat Khabar News Desk | October 16, 2022 1:03 PM
Himachal Pradesh Election 2022: चुनाव आयोग ने हिमाचल में विधानसभा चुनाव का एलान कर दिया है. राज्य में 12 नवंबर को चुनाव होंगे. 1985 से राज्य में आठ बार विस चुनाव हुए हैं, लेकिन एक बार भी किसी पार्टी ने दोबारा सत्ता नहीं पायी है. हिमाचल विस में कुल 68 सीटें हैं. 2017 के चुनाव में भाजपा 44 सीटों पर जीती, वहीं कांग्रेस को 21, सीपीआइएम को 1 सीट मिली. दो निर्दलीय विधायकों ने भाजपा सरकार को समर्थन दे दिया था.
हिमाचल प्रदेश की सियासत में राजपूत और ब्राह्मण समुदाय का दबदबा रहा है. हिमाचल में सबसे ज्यादा राजपूत 37.5 फीसदी तो ब्राह्मण समुदाय 18 फीसदी हैं. वहीं दलित समुदाय 26.6 फीसदी हैं. इसके अलावा गद्दी 1.5 फीसदी तो अन्य जातियां जिनमें ओबीसी भी शामिल हैं 16.5 फीसदी हैं. 2017 के चुनाव में 48 सामान्य सीटों में से 33 विधायक राजपूत जीतकर आये.
हिमाचल में कुल 12 जिले हैं, जो अपर हिमाचल और लोअर हिमाचल में बंटा है. पहाड़ी क्षेत्रों को अपर हिमाचल और पंजाब से लगे तराई के क्षेत्रों को लोअर हिमाचल के रूप में जाना जाता है. अपर हिमाचल में कांग्रेस की पकड़ मानी जाती है तो लोअर में भाजपा का सियासी आधार है. 2017 में जयराम ठाकुर को कमान सौंप भाजपा ने अपर-लोअर फैक्टर में समन्वय बनाने की कोशिश की है.
भाजपा यहां अपने मौजूदा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के चेहरे को ही आगे रख रही है. जयराम ठाकुर के अलावा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश चंदेल सिंह कश्यम के नाम भी सामने आ रहे हैं. वहीं, कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह की अगुआई में चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. त्रिकोणीय समीकरण के तौर पर आप प्रदेश अध्यक्ष सुरतीज ठाकुर के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है.