Home Badi Khabar Jahangirpuri Violence: जहांगीरपुरी दंगे मामले में 21 गिरफ्तार, 2 नाबालिग भी शामिल, ड्रोन से निगरानी

Jahangirpuri Violence: जहांगीरपुरी दंगे मामले में 21 गिरफ्तार, 2 नाबालिग भी शामिल, ड्रोन से निगरानी

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Jahangirpuri Violence: जहांगीरपुरी दंगे मामले में 21 गिरफ्तार, 2 नाबालिग भी शामिल, ड्रोन से निगरानी
New Delhi: Security personnel keep vigil after clashes broke out between two communities during a Hanuman Jayanti procession on Saturday, at Jahangirpuri in New Delhi, Sunday, April 17, 2022. (PTI Photo/Shahbaz Khan)(PTI04_17_2022_000053A)

Jahangirpuri Violence: दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार को हनुमान जयंती के अवसर पर निकाली गयी शोभायात्रा पर पथराव के बाद भड़की हिंसा के मामले में पुलिस ने अब तक 21 लोगों को गिरफ्तार किया है. डीसीपी नॉर्थ वेस्ट उषा रंगनानी ने बताया कि कानून का उल्लंघन करने वाले 2 किशोरों को भी गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि आरोपितों के कब्जे से 3 तमंचे और 5 तलवारें बरामद की गई हैं. मामले में आगे की जांच की जा रही है.

गिरफ्तार 21 आरोपियों में से 4 एक ही परिवार के पुरुष

सामने आ रही जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार 21 आरोपियों में से 4 एक ही परिवार के पुरुष हैं. ये दूसरे पक्ष के बताए जा रहे हैं. आरोपियों को धारा 147, 148, 149, 186, 353, 332, 323, 427, 436, 307, 120बी आईपीसी और 27 आर्म्स एक्ट के तरह गरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार 20 आरोपियों के नाम जाहिद (20 वर्ष), अंसार (35 वर्ष), शहजाद (33 वर्ष), मुख्तार अली (28 वर्ष), मो. अली (18 वर्ष), आमिर (19 वर्ष), अक्सार (26 वर्ष), नूर आलम (28 वर्ष), मोहम्मद असलम (21 वर्ष), जाकिर (22 वर्ष), अकरम (22 वर्ष), इम्तियाज (29 वर्ष), मो. अली (27 वर्ष), अहीर (35 वर्ष), शेख सौरभ (42 वर्ष), सूरज (21 वर्ष), नीरज (19 वर्ष), सुकेन (45 वर्ष), सुरेश (43 वर्ष), सुजीत सरकार (38 वर्ष) है.

जहांगीरपुरी हिंसा: अदालत ने 14 आरोपियों को हिरासत में भेजा

दिल्ली की एक अदालत ने जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती पर निकाली गयी शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा में एक पुलिस उप-निरीक्षक को कथित तौर पर गोली मारने वाले 21 वर्षीय एक व्यक्ति सहित दो लोगों को रविवार को पुलिस हिरासत में भेज दिया. ड्यूटी मजिस्ट्रेट दिव्या मल्होत्रा ने मोहम्मद असलम और एक अन्य सह-आरोपी मोहम्मद अंसार को सोमवार तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया, जबकि अन्य 12 आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.

अंसार और असलम मुख्य साजिशकर्ता

मामले के सभी आरोपियों को अदालत में पेश किया गया और पुलिस ने आरोप लगाया कि अंसार और असलम मुख्य साजिशकर्ता थे जिन्हें 15 अप्रैल को शोभा यात्रा निकाले जाने के बारे में पता चला और उन्होंने साजिश रची. पुलिस ने कहा कि असलम और अंसार से हिरासत में पूछताछ की जरूरत है ताकि बड़ी साजिश और अन्य लोगों की संलिप्तता का पता लगाया जा सके. दिल्ली पुलिस ने कहा कि उन्होंने मामले में शामिल अन्य लोगों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज की मदद ली.

असलम के पास से एक पिस्तौल बरामद

दिल्ली पुलिस ने कहा कि उन्होंने जहांगीरपुरी के सीडी पार्क में एक झुग्गी बस्ती के निवासी असलम के पास से एक पिस्तौल बरामद की, जिसका उसने कथित तौर पर अपराध के दौरान इस्तेमाल किया था. पुलिस ने अदालत को बताया कि शनिवार की शाम दो समुदायों के बीच झड़पों के दौरान पथराव और आगजनी हुई थी जिसमें 8 पुलिसकर्मी और एक स्थानीय नागरिक घायल हो गया था. कुछ वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया था. भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 307 (Attempted to Murder), 120 बी (Criminal Conspiracy), 147 (Riot) और शस्त्र अधिनियम की संबंधित धाराओं के तथा प्राथमिकी दर्ज की गई है. गौरतलब है कि फरवरी 2020 में उत्तर-पूर्व दिल्ली में हुए दंगों के दौरान 50 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हो गये थे.

घायल उप निरीक्षक की हालत स्थिर

पुलिस उपायुक्त रंगनानी रंगनानी के मुताबिक, हिंसा में कुल नौ लोग घायल हुए हैं, जिनमें आठ पुलिसकर्मी व एक आम नागरिक शामिल है और सभी का इलाज बाबू जगजीवन राम मेमोरियल अस्पताल में चल रहा है. पुलिस उपायुक्त ने बताया कि जिस उप-निरीक्षक को गोली लगी है और उसकी हालत स्थिर है. उन्होंने बताया कि जहांगीरपुरी में रविवार सुबह घटनास्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद था और हालात पर नजर रखने के लिए त्वरित कार्रवाई बल को भी तैनात किया गया है.

फिलहाल स्थिति नियंत्रण में

पुलिस उपायुक्त रंगनानी के अनुसार, फिलहाल क्षेत्र में हालात सामान्य हैं. एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि अव्यवस्था फैलाने में शामिल लोगों की पहचान के लिए ड्रोन और फेस-रिकग्निशन सॉफ्टवेयर की मदद ली जा रही है. इसके अलावा, घटनास्थल और उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे तथा मोबाइल फोन में रिकार्ड फुटेज खंगाले जा रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो, इसके लिए राष्ट्रीय राजधानी के बाकी सभी 14 पुलिस जिलों में सुरक्षा इंतजाम बढ़ा दिए गए हैं और प्रौद्योगिकी के जरिये निगरानी की जा रही है.

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