ट्रायल रन शुरू, अगले 10 दिनों तक टोल नहीं
इस एक्सप्रेसवे पर अगले 10 दिनों तक ट्रायल रन चलेगा और इस दौरान किसी भी वाहन से टोल शुल्क नहीं लिया जाएगा. अगर इस अवधि में कोई तकनीकी या ट्रैफिक संबंधी समस्या नहीं आती है, तो इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा और फास्टैग आधारित टोल वसूली शुरू कर दी जाएगी.
1368 करोड़ की लागत से हुआ निर्माण
करीब 1368 करोड़ रुपये की लागत से बने इस 66.91 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे पर वाहनों की अधिकतम गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा तय की गई है. ट्रायल के बाद यहां से गुजरने पर लगभग ₹150 का टोल शुल्क देना होगा.
5 इंटरचेंज, पूरी तरह डिजिटल टोल सिस्टम
नए एक्सप्रेसवे पर कुल 5 इंटरचेंज बनाए गए हैं, जहां से वाहन चढ़ और उतर सकते हैं. सभी इंटरचेंज पर टोल फास्टैग आधारित होगा, जिससे वाहनों को रुकने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी और ट्रैफिक भी निर्बाध रहेगा.
दूरी और समय में जबरदस्त कटौती
बांदीकुई से जयपुर की दूरी अब इस एक्सप्रेसवे के जरिए मात्र 25 से 30 मिनट में पूरी की जा सकेगी। साथ ही, दिल्ली से जयपुर की यात्रा के लिए अब दो प्रमुख रूट उपलब्ध हो जाएंगे. जयपुर-बांदीकुई एक्सप्रेसवे न केवल दिल्ली और जयपुर के बीच सफर को सुगम बनाएगा, बल्कि इसे राजस्थान की कनेक्टिविटी और लॉजिस्टिक्स को भी नई रफ्तार देगा.
- दिल्ली-जयपुर हाईवे (NH-48)
- दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के जरिए जयपुर-बांदीकुई लिंक