ट्रंप के ‘5 फाइटर जेट’ दावे पर कांग्रेस ने पूछे 3 सवाल, जयराम रमेश बोले- ‘मोदी ही दें जवाब, सब्स्टीट्यूट बल्लेबाज नहीं चलेगा’

Donald Trump: डोनाल्ड ट्रंप ने बयान दिया कि भारत-पाक संघर्ष में 5 फाइटर जेट गिरे थे. इस दावे को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार से तीन सवाल किए हैं, जिसका जवाब सीधे पीएम मोदी से मांगा गया है. राज्यसभा सासंद जयराम रमेश ने कहा कि कोई और मंत्री नहीं चलेगा.

By Shashank Baranwal | July 19, 2025 3:06 PM
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Donald Trump: पाकिस्तान के खिलाफ भारत के ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया दावे पर सियासत गर्मा गई है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने शनिवार को केंद्र सरकार से तीन सीधे सवाल पूछते हुए जवाब मांगा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ट्रम्प के इन दावों का मानसून सत्र में पीएम मोदी से जवाब मांगती है.

केंद्र सरकार से पूछे तीन सवाल

राज्य सभा सांसद जयराम रमेश ने कहा कि ट्र्म्प सार्वजनिक रूप से 24 बार यह कह चुके हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध को रोका. ऐसे में पहला सवाल है कि क्या ट्रम्प ने वास्तव में सीजफायर रुकवाया? दूसरा सवाल- क्या ट्रम्प ने व्यापार की धमकी देकर जंग रुकवाई? तीसरा और सबसे अहम सवाल- भारत-पाक संघर्ष में किसके 5 लड़ाकू विमान गिरे?

भारत-पाक संघर्ष में गिरे 5 जेट- ट्रंप

दरअसल, ट्रंप ने शुक्रवार रात व्हाइट हाउस में रिपब्लिकन सांसदों के साथ डिनर के दौरान यह दावा किया कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष के दौरान 5 फाइटर जेट गिरे गए थे. हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वे फाइटर जेट भारत के थे या पाकिस्तान के. 21 जुलाई से शुरू होने वाले मानसून सत्र में विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी, जिससे सत्र के दौरान हंगामा देखने को मिल सकता है.

सिर्फ पीएम मोदी से चाहिए जवाब- जयराम

  • जयराम रमेश ने कहा कि दो दिनों में शुरू होने वाले मानसून सत्र में पीएम मोदी को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए. कांग्रेस पार्टी की मांग है कि इस सवालों के जवाब के लिए कोई और मंत्री नहीं चलेगा. पीएम मोदी को ही इस पर जवाब देना चाहिए. इस मसले पर और कोई सब्स्टीट्यूट बल्लेबाज नहीं चलेगा. सिर्फ पीएम मोदी को ही जवाब देना होगा.
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच वर्षों से मधुर संबंध रहे हैं. चाहे सितंबर 2019 में हुआ हाउडी मोदी कार्यक्रम हो या 2020 का नमस्ते ट्रंप दौरा, दोनों नेताओं की करीबी जगजाहिर रही है. ऐसे में अब जरूरी है कि पीएम मोदी खुद संसद में आकर ट्रम्प के दावों पर स्थिति स्पष्ट करें.
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