‘मुझे फिर से हिरासत में रखा गया,घर के बाहर निकलने से रोक रही है पुलिस’, महबूबा मुफ्ती का आरोप
क्या जम्मू-कश्मीर (jammu Kashmir ddc election ) की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (mehbooba mufti , house arrest )को फिर हिरासत में लिया गया है. दरअसल खुद महबूबा ने एक बार स्थानीय प्रशासन पर हिरासत में लेने का आरोप लगाया है.
By Prabhat Khabar Digital Desk | November 27, 2020 11:41 AM
क्या जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को फिर हिरासत (jammu Kashmir, ddc election ) में लिया गया है. दरअसल खुद महबूबा ने एक बार स्थानीय प्रशासन पर हिरासत (mehbooba mufti , house arrest) में लेने का आरोप लगाया है. उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट किया और कहा कि मेरे साथ मेरी बेटी इल्तिजा को भी हाउस अरेस्ट कर दिया गया है, क्योंकि वह वहीद के परिवार से मिलना चाह रही थी. बताया जा रहा है कि मामले को लेकर महबूबा 3 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी.
Ive been illegally detained yet again. Since two days, J&K admin has refused to allow me to visit @parawahid’s family in Pulwama. BJP Ministers & their puppets are allowed to move around in every corner of Kashmir but security is a problem only in my case. pic.twitter.com/U5KlWzW3FQ
महबूबा मुफ्ती ने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि दो दिनों से मुझे फिर से अवैध रूप से हिरासत में लिया गया है. जम्मू और कश्मीर प्रशासन मुझे यात्रा करने की अनुमति प्रदान नहीं कर रहा है. मैं वहीद के परिवार से मिलने पुलवामा जा रही थीं. भाजपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के नेरताओं और मंत्रियों को कश्मीर के हर कोने में घूमने की अनुमति है, लेकिन केवल मेरे मामले में सुरक्षा की समस्या पैदा हो जाती है.
आगे महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उनकी क्रूरता की कोई सीमा नहीं… वहीद को आधारहीन आरोपों में गिरफ्तार किया गया था और मुझे उसके परिवार को सांत्वना देने की भी अनुमति नहीं दी जा रही है. यहां तक कि मेरी बेटी इल्तिजा को भी घर में नजरबंद करने का काम किया गया है, क्योंकि वह भी वहीद के परिवार से मिलना चाहती थी.
केंद्र सरकार को संविधान दिवस मनाते देखकर हंसी आ रही है : इससे पहले पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने संविधान दिवस के मौके पर गुरुवार को कटाक्ष करते हुए केंद्र सरकार पर हमला किया. उन्होंने कहा कि यह दिवस मनाते देखकर हंसी आ रही है क्योंकि संविधान को पहले ही ‘‘भाजपा के विभाजनकारी एजेंडा’ से बदल दिया गया है. जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून या ‘‘लव जिहाद कानून” संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकारों का ‘‘अपमान” है.