Gallantry Awards 2021 जम्मू-कश्मीर के एसपीओ (SPO) आशिक हुसैन मलिक को 2018 में अनंतनाग में एक ऑपरेशन के दौरान भारी हथियारों से लैस चार आतंकवादियों को मारने के लिए मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शदीद आशिक हुसैन मलिक के माता-पिता मकबूल मलिक और शहजादो बानो को दिल्ली में ये पुरस्कार दिया.
वहीं, जम्मू-कश्मीर पुलिस के सब इंस्पेक्टर इमरान हुसैन टाक को 2017 में श्रीनगर में गोली लगने से घायल होने के बावजूद एक टॉप आतंकवादी कमांडर को मारने और एक अन्य को गिरफ्तार करने के लिए मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति ने उनकी पत्नी गुलनाज अख्तर को पुरस्कार दिया.
इसके साथ ही 55वीं राष्ट्रीय राइफल्स के सिपाही हरि सिंह को 2019 में जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में एक आतंकवादी को मारने और एक अन्य को घायल करने के लिए मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनकी पत्नी राधा बाई को पुरस्कार दिया. जबकि, भारतीय सेना की पंजाब रेजिमेंट के सिपाही ब्रजेश कुमार को 2018 में जम्मू-कश्मीर में एक ऑपरेशन के दौरान ए प्लस प्लस श्रेणी के आतंकवादी को मारने के लिए मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया. उनकी पत्नी श्वेता कुमारी को पुरस्कार दिया.
2018 में जम्मू-कश्मीर में एक ऑपरेशन में एक विदेशी आतंकवादी को मारने और दो अन्य को घायल करने के लिए 4 पैरा (स्पेशल फोर्स) के लांस नायक संदीप सिंह को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनकी पत्नी गुरप्रीत कौर को पुरस्कार दिया.