India Maldives Relations: मालदीव का पर्यटन उद्योग अपने अस्तित्व के लिए कर रहा संघर्ष
भारतीयों के बहिष्कार के बाद मालदीव का पर्यटन उद्योग अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहा है. दिसंबर से फरवरी की समान अवधि में पिछले वर्ष की तुलना में भारतीयों की कुल यात्रा 10% से भी कम हो गई है.
India Maldives Relations: क्या है मामला
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लक्ष्यद्वीप का दौरा किया था. जिसके बाद मालदीव के कुछ सांसदों ने पीएम मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. जिसका भारत सरकार और भारतीयों ने जमकर विरोध किया. भारतीय पर्यटकों ने मालदीव का बॉयकॉट करना शुरू कर दिया और लक्ष्यद्वीप को पर्यटन के लिए पहला स्थान देने लगे. भारत के कड़े एक्शन के बाद मालदीव के सांसदों को निलंबित कर दिया गया. लेकिन भारत और मालदीव के रिश्ते में खटास आ गई. भारतीय पर्यटकों के बहिष्कार से वहां के पर्यटक उद्योग पर गहरा असर पड़ा.
India Maldives Relations: मालदीव की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर आधारित
मालूम हो मालदीव की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर आधारित है और वहां सबसे अधिक पर्यटक भारत से ही पहुंचते थे. लेकिन जब से भारत के साथ विवाद की स्थिति बनी हुई है, वहां के पर्यटन उद्योग बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. स्थिति ये बन गई है कि मालदीव को चीन के आगे हाथ बढ़ाना पड़ा है. मुइज्जू लगातार चीन से अपने यहां पर्यटक भेजने की गुहार लगा रहे हैं.