2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सत्ता गंवा दी
वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के हाथों कांग्रेस ने मिजोरम में सत्ता गंवा दी थी और तब यह (मिजोरम) पूर्वोत्तर क्षेत्र में पार्टी शासित आखिरी राज्य था. शशि थरूर ने कहा कि कांग्रेस भारत की विविधता और ताकत का जश्न मनाती है न कि उसकी कमजोरियों का. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस एक राष्ट्र, एक भाषा, एक संहिता और एक संस्कृति का विरोध करेगी. हम एकरूपता के खिलाफ हैं. हमारा मानना है कि हम अपनी विविधता को बरकरार रखते हुए एकजुट रह सकते हैं.’
भाजपा के बारे में थरूर ने क्या कहा
भाजपा के बारे में थरूर ने कहा, ‘भाजपा 2014 के बाद से अपने वादों को पूरा करने में बुरी तरह नाकाम रही है, चाहे बैंक खातों में 15 लाख रुपये का वादा हो या दो करोड़ नौकरियों का वादा हो.’ बाद में, युवा पेशेवरों के साथ संवाद करते हुए शशि थरूर ने कहा कि बेरोजगारी वर्तमान में राज्य के सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है. उन्होंने दावा किया कि नौकरी के आकांक्षी मिजोरम के 23 प्रतिशत से अधिक युवा बेरोजगार हैं.
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शशि थरूर ने आरोप लगाया कि एमएनएफ सरकार रोजगार सृजन करने के अपने चुनाव पूर्व वादे को पूरा करने में विफल रही है. कांग्रेस नेता ने दावा किया कि एमएनएफ सरकार पिछले पांच वर्षों में केवल 2,200 नौकरियां दे सकी है. कांग्रेस सांसद ने दावा किया कि अकेले राज्य पुलिस विभाग में 4,100 से अधिक रिक्तियां हैं. मिजोरम की 40 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए सात नवंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती तीन दिसंबर को होगी.