
New COVID19 XE Variant: कोरोना संक्रमण की धीमी पड़ रही रफ्तार के बीच कोविड-19 के एक नए वैरिएंट ‘एक्सई’ ने दुनिया में दस्तक दी है. कोविड के इस नए XE वैरिएंट को लेकर टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी के निदेशक (TIGS Director) राकेश मिश्रा ने बड़ा बयान दिया है. राकेश मिश्रा ने कहा है कि कोविड के इस नए वैरिएंट को लेकर पैनिक होने की जरूरत नहीं है. हालांकि, उन्होंने इससे सचेत रहने की सलाह दी है.
दुनिया भर में अब तक नए वैरिएंट XE के सामने आए 600 मामले
टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी के निदेशक राकेश मिश्रा ने कहा कि दुनिया भर में अब तक इसके केवल 600 मामले सामने आए हैं. हालांकि, हमें इस नए वैरिएंट पर पैनी नजर रखने के साथ ही सचेत रहने की आवश्यकता है. बता दें कि कोरोना के घटने मामलों के बीच एक बार फिर से कोरोना के नए एक्सई वैरिएंट को लेकर चर्चा तेज हो गई है. वहीं, कोविड के इस नए वैरिएंट को लेकर टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी के निदेशक राकेश मिश्रा ने अपनी राय रखते हुए उक्त बातें कही है.
पहली बार जनवरी माह में सामने आया था एक्सई वैरिएंट
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए राकेश मिश्रा ने शनिवार को कहा कि कोरोना का नया एक्सई वैरिएंट पहली बार जनवरी माह में सामने आया था, लेकिन मेरा मानना है कि इसको लेकर ज्यादा पैनिक नहीं होने की दरकार नहीं है. उन्होंने साथ ही कहा कि ऐसा कोई संकेत नहीं है कि यह वैरिएंट कोरोना की लहर पैदा कर सकता है. उन्होंने कहा कि इस समय एक्सई वैरिएंट को लेकर इस तरह के कोई संकेत नहीं है कि यह एक लहर पैदा कर सकता है. हमें इस पर टिप्पणी करने के लिए कुछ और समय इंतजार करना होगा.
नए वैरिएंट को फैलने से रोकने के लिए सभी सुरक्षा उपाय जरूरी
टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी के निदेशक राकेश मिश्रा ने हालांकि, इस बात पर भी जोर दिया कि कोविड के इस नए वैरिएंट को फैलने से रोकने के लिए सभी सुरक्षा उपाय करना महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि समाज के एक वर्ग का मानना है कि महामारी खत्म हो गई है. लोगों को मास्क का उपयोग करना चाहिए. साथ ही नियमों के अनुसार, टीके लगाने चाहिए. भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचना चाहिए.
न्यू वैरिएंट को लेकर WHO ने भी चेताया
इन सबके बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेताया है कि कोरोना वायरस का एक नया वैरिएंट एक्सई ओमिक्रॉन के BA.2 सब वेरिएंट (BA.2 sub-variant of Omicron) की तुलना में करीब 10 फीसदी अधिक तेजी से संक्रमण फैलाने में सक्षम है. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि शुरुआती अनुमान के आधार पर कह सकते हैं कि BA.2 की तुलना में 10 प्रतिशत की सामुदायिक संक्रमण की संभावना का संकेत देते हैं. हालांकि, इस खोज को और पुष्टि की जरूरत है. बता दें कि ओमिक्रॉन के बीए.2 सब-वैरिएंट को अब तक कोविड के ज्ञात सबसे संक्रामक स्ट्रेन माना जाता था. नया वैरिएंट एक्सई और ओमिक्रॉन के दो वेरिएंट्स बीए.1 और बीए.2 का एक म्यूटेंट हाइब्रिड है. हालांकि हाइब्रिड म्यूटेंट वेरिएंट से इस समय दुनिया भर में कुछ ही मामले सामने आए हैं.
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