100 किलोमीटर भीतर तक घुसा भारत
भारत ने जो लक्ष्य तय किए थे, उनमें से कई अंतरराष्ट्रीय सीमा से 100 किलोमीटर के अंदर स्थित थे. इनमें सबसे अहम था बहावलपुर जो जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ माना जाता है. इसके अलावा मुरीदके (लश्कर-ए-तैयबा का ठिकाना) 30 किलोमीटर और गुलपुर 35 किलोमीटर अंदर स्थित था. यह कार्रवाई दिखाती है कि भारत ने अपनी रणनीतिक गहराई और सटीक खुफिया जानकारी के साथ आतंकी ठिकानों को ढेर कर दिया.
आतंकी नेटवर्क पर सीधा हमला
सेना के अनुसार, ये वही ठिकाने थे जहां से भारत के खिलाफ आतंकी हमलों की योजना बनाई जा रही थी. इस स्ट्राइक में जैश-ए-मोहम्मद का बहावलपुर मुख्यालय और लश्कर-ए-तैयबा का मुरीदके अड्डा मुख्य टारगेट रहे. कुल 9 ठिकानों पर हमले कर उन्हें पूरी तरह तबाह किया गया.
कैसे हुआ हमला?
तीनों सेनाओं ने इस ऑपरेशन में Loitering Ammunition (कामिकाजे ड्रोन) और अन्य अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया. ये हथियार लक्ष्य को ढूंढकर सीधा उससे टकराते हैं और वहां सटीक विस्फोट करते हैं. इस ऑपरेशन की खास बात यह रही कि पाकिस्तानी सेना के किसी सैन्य अड्डे को निशाना नहीं बनाया गया. हमले केवल उन स्थानों पर किए गए जहां से आतंकी गतिविधियाँ संचालित हो रही थीं.
भारत ने किया सटीक हमला, पाक सेना और ISI के संपर्क का अड्डा तबाह
बताया जा रहा है कि मसूद अजहर जिस मस्जिद में छिपता था. वहीं पाकिस्तानी सेना के अधिकारी और ISI के एजेंट उससे मुलाकात किया करते थे. यहीं पर भारत के खिलाफ आतंकी साजिशें रची जाती थीं. भारतीय वायुसेना ने इसी जगह को टारगेट कर बेहद सटीक और योजनाबद्ध हमला किया.