भारत या फिर पाकिस्तान एयरस्पेस बंद होने से किसको ज्यादा नुकसान, जानें
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव ने एयरस्पेस टकराव को जन्म दिया है. पाकिस्तान द्वारा भारतीय विमानों के लिए एयरस्पेस बंद करने के जवाब में भारत ने भी पाकिस्तानी विमानों के लिए हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है. इससे दोनों देशों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है.
By Ayush Raj Dwivedi | May 2, 2025 3:37 PM
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाते हुए कई मोर्चों पर जवाबी रणनीति अपनाई है. इन्हीं में से एक है एयरस्पेस बंद करने का निर्णय. पाकिस्तान ने पहले भारत के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद किया, जिसके जवाब में भारत ने भी पाकिस्तानी विमानों के लिए एयरस्पेस बंद कर दिया. इसके चलते दोनों देशों की एयरलाइंस को वैकल्पिक मार्गों से होकर उड़ान भरनी पड़ रही है, जिससे खर्चा और फ्लाइंग टाइम दोनों बढ़ गए हैं.
पाकिस्तान को हो रहा है बड़ा नुकसान
एयरस्पेस से मिलने वाली ओवरफ्लाइट फीस पाकिस्तान के लिए एक अहम कमाई का जरिया रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, छोटे विमानों जैसे बोइंग 737 की हर उड़ान पर पाकिस्तान को लगभग 580 डॉलर मिलते थे. भारत की कई एयरलाइंस इन विमानों का उपयोग करती हैं. अब जब भारतीय विमान पाकिस्तानी एयरस्पेस से नहीं गुजर रहे हैं, तो पाकिस्तान को सिर्फ इन विमानों से ही हर दिन 58,000 डॉलर का नुकसान हो रहा है. बड़े विमानों जैसे बोइंग 777 की ओवरफ्लाइट फीस 1200 से 1700 डॉलर तक होती है. जिससे कुल मिलाकर पाकिस्तान को 1,20,000 डॉलर प्रतिदिन** तक का घाटा उठाना पड़ रहा है.
भारत को कितना हो रहा है नुकसान?
भारत की राष्ट्रीय और निजी एयरलाइंस को इस एयरस्पेस टकराव से बड़ा झटका लगा है. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय एयरलाइनों को हर महीने लगभग 306 करोड़ रुपये का अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ रहा है. इंटरनेशनल फ्लाइट्स, खासतौर पर उत्तर भारत के शहरों से उड़ने वाली फ्लाइट्स को लंबा रास्ता अपनाना पड़ रहा है, जिससे हर हफ्ते लगभग 77 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार आ रहा है.