Pahalgam Terror Attack: पहले धर्म पूछा, फिर कहा कलमा पढ़ो, नाम पूछ-पूछ कर मार दी गोली, दर्दनाक मंजर की खौफनाक दास्तां

Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की निर्मम हत्या, धर्म के आधार पर चुनकर बनाई गई निशाना, देशभर में आक्रोश, जांच और सुरक्षा सख्त.

By Aman Kumar Pandey | April 23, 2025 9:29 AM
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Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर में स्थित पहलगाम, जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से जाना जाता है, मंगलवार को एक भीषण आतंकी हमले का गवाह बना. यह हमला इतना वीभत्स था कि उसने हर संवेदनशील दिल को झकझोर कर रख दिया. आतंकियों ने यहां निर्दोष और निहत्थे पर्यटकों पर नृशंसता की सारी सीमाएं पार करते हुए अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें 26 पर्यटकों की दर्दनाक मौत हो गई.

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आतंकी स्थानीय पुलिस की वर्दी में थे और उन्होंने अपने चेहरों को नकाब से ढक रखा था, जिससे किसी को यह अंदेशा नहीं हो सका कि वे सुरक्षाकर्मी नहीं बल्कि आतंकी हैं. बताया गया कि उन्होंने पहले पर्यटकों से उनके नाम पूछे और फिर उनके धर्म की जानकारी ली. इसके बाद उन पर जबरदस्ती धार्मिक कलमा पढ़ने का दबाव डाला गया. जो पर्यटक कलमा नहीं पढ़ पाए या जिन्होंने हिचकिचाहट दिखाई, उन्हें मौके पर ही गोलियों से छलनी कर दिया गया. रिपोर्ट्स के अनुसार, अधिकतर निशाना हिंदू पुरुषों को बनाया गया.

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पुणे से पहलगाम घूमने आईं एक महिला पर्यटक, आसावरी, ने बताया कि हमलावरों ने विशेष रूप से पुरुषों को अलग किया और उन्हें धमकाते हुए कलमा पढ़ने को मजबूर किया. जिन लोगों ने उनकी बात नहीं मानी या डर के कारण बोल नहीं पाए, उन्हें बेरहमी से मार दिया गया. आसावरी के मुताबिक, हमलावरों की पुलिस जैसी वर्दी इतनी असली लग रही थी कि कोई संदेह नहीं कर सका.

इस जघन्य घटना में मरने वालों में दो विदेशी नागरिक और दो स्थानीय लोग भी शामिल हैं. जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस घटना को बीते वर्षों में आम नागरिकों पर हुए सबसे भयावह हमलों में से एक करार दिया. यह हमला ऐसे समय में हुआ जब अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे. डी. वेंस भारत दौरे पर हैं और कश्मीर घाटी में पर्यटन का सीजन अपने चरम पर है.

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घटना दोपहर करीब तीन बजे की है, जब बैसरन के घास के मैदान और आसपास के इलाकों में भारी संख्या में पर्यटक मौज-मस्ती कर रहे थे. कुछ खच्चरों की सवारी का आनंद ले रहे थे तो कुछ परिवार पिकनिक मना रहे थे. तभी घात लगाए बैठे आतंकियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. इस हमले में करीब 20 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.

हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान में स्थित प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने ली है. सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि हमलावरों ने दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग से होते हुए किश्तवाड़ के रास्ते बैसरन तक पहुंच बनाई.

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस गंभीर स्थिति की जानकारी विदेश दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी और तत्काल श्रीनगर रवाना हो गए. वहां उन्होंने उच्चस्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की और हालात का जायजा लिया.

यह हमला न सिर्फ एक पर्यटक स्थल की शांति पर हमला है, बल्कि देश की एकता, धार्मिक सहिष्णुता और मानवता पर भी सीधा प्रहार है. इस बर्बर कृत्य की हर ओर निंदा हो रही है, और अब पूरा देश एक सुर में मांग कर रहा है आतंक के इस घिनौने चेहरे को बेनकाब कर न्याय सुनिश्चित किया जाए.

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