Punjab Assembly: किसानों के मुद्दों पर पंजाब विधानसभा में जमकर हंगामा, कांग्रेस विधायकों ने की ये मांग
Punjab Assembly : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान प्रताप सिंह बाजवा से अभिभाषण शुरू होने देने की अपील करते दिखे. जानें कैसे शुरू हुआ विधानसभा में हंगामा
By Amitabh Kumar | March 1, 2024 12:28 PM
Punjab Assembly : पंजाब विधानसभा में शुक्रवार को जोरदार हंगामा देखने को मिला. बजट सत्र राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरू हो चुका है जिसमें किसान का मुद्दा छाया नजर आ रहा है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजा वड़िंग और प्रताप सिंह बाजवा ने शुभकरण की मौत पर पंजाब सरकार को कटघरे में खड़ा किया. विपक्ष की ओर से जीरो एफआईआर दर्ज करने का मुद्दा उठाया गया, साथ ही सरकार से इस मामले पर जवाब देने की मांग की गई.
कांग्रेस ने जमकर किया हंगामा
कांग्रेस के दोनों नेताओं ने राज्यपाल से कहा कि अभिभाषण शुरू होने से पहले पहले दो मिनट का मौन रखने का काम किया जाए. इसपर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान प्रताप सिंह बाजवा से अभिभाषण शुरू होने देने की अपील करते दिखे. इसके बाद जमकर हंगाम विधानसभा में हुआ. शोरगुल और नारेबाजी के बीच राज्यपाल ने अपना अभिभाषण शुरू किया जिसके बाद कांग्रेस सदस्य वेल में पहुंच गये. विपक्ष की ओर से हरियाणा के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री पर केस दर्ज करने की मांग की गई.
विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह बाजवा ने कहा था कि किसानों के साथ जो व्यवहार किया गया है, उससे 300 से ज्यादा किसान घायल हैं. अबतक मामले पर कोई एफआईआर नहीं हुई है. हम सभी मुद्दे उठाएंगे और स्पष्टीकरण मांगेंगे. वहीं पंजाब विधानसभा बजट सत्र पर विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवान ने कहा था कि सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से होगी. हम लोगों की उम्मीदों को पूरा करने पर काम करेंगे.
#WATCH | Chandigarh: On Punjab Assembly Budget session, SAD MLA Sukhwinder Kumar Sukhi says, "There are a lot of issues. They have done nothing in two years. They did not even complete their own guarantees. Women are waiting for a thousand rupees… They say that they have given… pic.twitter.com/EPREKODYmC
पंजाब विधानसभा बजट सत्र शुरू होने से पहले शिअद (SAD) विधायक सुखविंदर कुमार सुखी ने कहा कि बहुत सारे मुद्दे हैं. सरकार ने दो साल में कुछ काम नहीं किया नहीं किया. उन्होंने अपनी गारंटी भी पूरी नहीं की. महिलाएं एक हजार रुपये का इंतजार कर रही हैं. वे कहते हैं कि उन्होंने 40,000 नौकरियां दी हैं, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि कितने लोग सेवानिवृत्त हुए हैं. हम किसानों के मुद्दे भी विधानसभा में उठाएंगे.