गुपचुप तरीके से हुआ सर्वे
सर्वे टीम ने क्षेत्र में मौजूद 19 प्राचीन कूपों की स्थिति और ऐतिहासिक महत्व का गहन अध्ययन किया. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एएसआई ने इस निरीक्षण के दौरान मीडिया को दूर रखने के लिए प्रशासन से गुहार लगाई थी. जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि “इन कुओं में चतुर्मुख कूप, मोक्ष कूप, धर्म कूप समेत 19 कुओं और भद्रक आश्रम, स्वर्गदीप और चक्रपाणि समेत पांच तीर्थ स्थलों का सर्वेक्षण किया गया. इसके साथ ही कार्तिक महादेव मंदिर का भी एएसआई ने सर्वेक्षण किया है. हमने इन सभी स्थानों की पहले ही माप कर ली थी लेकिन एएसआई ने आज सर्वेक्षण किया.”
कैसे मंदिर का पता चला?
संभल अतिक्रमण रोधी अभियान और बिजली चोरी के खिलाफ अभियान के दौरान कार्तिकेय महादेव मंदिर के बारे में जानकारी मिली थी. इसके बाद करीब 46 साल से बंद मंदिर को खोला गया. वहीं पूजा आरती की गई. बड़ी संख्या में रद्धालुओं का जुटान हुआ. मंदिर के पास ही एक कुएं का भी पता चला. संभल के डीएम डॉ राजेंद्र पेंसिया ने मंदिर का पता लगने के बाद कहा था कि ‘मंदिर के पास एक ‘कूप’ (कुआं) मिला है. इसे 400-500 साल पुराना बताया जा रहा है. वहीं खुदाई में एक माता पार्वती की खंडित मूर्ति मिली थी. उसके बाद दो और मूर्तियां मिलीं. यहां बहुत सारे कुएं मिले हैं.
अभी संभल का माहौल है टेंशन भरा
बीते काफी दिनों से संभल का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है. हाल में ही जब कोर्ट के आदेश पर एक टीम सर्वे करने पहुंची थी तो यहां हिंसा भड़क गई थी. इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी. जिसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था. इसके बाद शीर्ष कोर्ट ने निचली अदालत से कोई भी एक्शन फिलहाल नहीं लेने को कहा था.
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