Semicon India 2025: वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित होगा भारत का सेमीकंडक्टर उद्योग

सेमीकॉन इंडिया 2025 का उद्देश्य वैश्विक सहयोग को गति प्रदान करना, घरेलू इनोवेशन को बढ़ावा देना और एक विश्वसनीय, व्यापक और प्रतिस्पर्धी इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण केंद्र के रूप में भारत की भूमिका को मजबूत बनाना है. यह विश्वस्तरीय सेमीकंडक्टर उद्योग के निर्माण की दिशा में भारत के सबसे मजबूत राष्ट्रव्यापी प्रयासों में से एक है.

By Anjani Kumar Singh | July 11, 2025 5:55 PM
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Semicon India 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन भारत को सेमीकंडक्टर डिजाइन, विनिर्माण और प्रौद्योगिकी विकास के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करना है. इस विजन के अनुरूप, सेमीकॉन इंडिया 2025 का आयोजन 2 से 4 सितंबर 2025 तक इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर- आईआईसीसी नयी दिल्ली में किया जाएगा. यह आयोजन माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर मूल्य श्रृंखला में भारत की बढ़ती क्षमताओं और महत्वाकांक्षाओं को प्रदर्शित करेगा.

2 से 4 सितंबर तक चलने वाले तीन दिवसीय सम्मेलन में भारत की सेमीकंडक्टर संबंधी रणनीति और नीति को प्रदर्शित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य भारत को सेमीकंडक्टर के लिए वैश्विक केंद्र बनाना है. इसमें वैश्विक सेमीकंडक्टर दिग्गजों के शीर्ष नेतृत्व की भागीदारी होगी और सेमीकंडक्टर उद्योग के वैश्विक नेता, कंपनियां,विशेषज्ञ एक साथ आएंगे. इस कार्यक्रम में 18 विभिन्न देशों की 300 से अधिक कंपनियां भाग लेंगी. सेमीकॉन इंडिया-2025 में पहली बार वैश्विक मंडपों, देशव्यापी गोलमेज सम्मेलनों, कौशल पहलों और डिज़ाइन स्टार्टअप मंडप के साथ रिकॉर्ड संख्या में हितधारक भागीदारी बनेंगे.

वैश्विक और घरेलु हितधारकों को एकजुट करना

भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन के तत्वावधान में आयोजित, सेमीकॉन इंडिया 2025, नीति, उद्योग, शिक्षा और निवेश समुदायों में वैश्विक और घरेलू हितधारकों को एकजुट करने के लिए एक उच्च प्रभाव वाले मंच के रूप में कार्य करेगा. सेमीकॉन इंडिया 2025 में  पिछले संस्करणों की तुलना में उल्लेखनीय रूप से ज्यादा संख्या में हितधारकों की भागीदारी है. यह वैश्विक सेमीकंडक्टर कंपनियों को आकर्षित करने में सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम की बढ़ती सफलता को दर्शाता है.

इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अब कंपनियां  भारत को एक उभरते और विश्वसनीय सेमीकंडक्टर केंद्र के रूप में देख रही हैं. नयी पहलों के तहत पहली बार, प्रदर्शनी में जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और मलेशिया से चार अंतर्राष्ट्रीय मंडप शामिल होंगे, जबकि पिछले संस्करणों में कोई भी मंडप नहीं था. इसके अलावा, पहली बार आठ देशों के गोलमेज सम्मेलन भी आयोजित किए जा रहे हैं, जो भारत और प्रमुख साझेदार देशों की कंपनियों को द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक साथ लायेंगे.

18 देशों की 300 से ज्यादा कंपनियों लेंगी भाग

सेमीकॉन इंडिया 2025 में 18 देशों और इन क्षेत्रों की 300 से ज़्यादा कंपनियां भाग लेंगी, जो सामग्री और उपकरणों से लेकर सिलिकॉन, डिज़ाइन और सिस्टम तक, संपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक्स मूल्य श्रृंखला का प्रदर्शन करेंगी. इस कार्यक्रम में तीन दिवसीय सम्मेलन भी शामिल होगा जिसमें वैश्विक मुख्य अनुभव अधिकारी (सीएक्सओ) और विशेषज्ञ वक्ता शामिल होंगे, जो सेमीकंडक्टर विनिर्माण, तकनीकी प्रगति, आपूर्ति श्रृंखला रणनीतियों और उद्योग के रुझानों पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा करेंगे.

साथ ही कार्यबल विकास मंडप, स्टार्टअप मंडप, आठ देश गोलमेज सम्मेलन, बी2बी फोरम और संरचित प्रशिक्षण एवं कौशल उन्नयन कार्यक्रम शामिल हैं, जिनका उद्देश्य भारत की प्रतिभा पाइप लाइन और इकोसिस्टम क्षमताओं को मजबूत करना है. सेमीकॉन इंडिया 2025 का उद्देश्य वैश्विक सहयोग को गति प्रदान करना, घरेलू इनोवेशन को बढ़ावा देना और एक विश्वसनीय, व्यापक और प्रतिस्पर्धी इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण केंद्र के रूप में भारत की भूमिका को मजबूत बनाना है. यह विश्वस्तरीय सेमीकंडक्टर उद्योग के निर्माण की दिशा में भारत के सबसे मजबूत राष्ट्रव्यापी प्रयासों में से एक है.

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