टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार यूजीसी ने सेंट्रल जीएसटी के पास आईआईपीएम और अरिंदम पर सर्विस टैक्स चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी की घटना को अंजाम दिया गया है. जीएसटी के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि चौधरी पर बैलेंसशीट में हेराफेरी का आरोप है.
अरिंदम को गिरफ्तार करने के बाद सीजीएसटी की टीम ने दिल्ली की एक अदालत में उसे पेश किया, जिसके बाद कोर्ट ने अरिंदम को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. बता दें कि जिस कंपनीमें हेराफेरी की बात कही जा रही है, उस कंपनी का 90% शेयर अरिंदम के पास ही है.
मार्च में किया गया था गिरफ्तार– बता दें कि अरिंदम चौधरी को इसी साल मार्च में गिरफ्तार किया गया था. उस वक्त उनपर जाली सर्टिफिकेट जमा करने के आरोप लगे थे. पुलिस ने उन्हें मेडिकल डिग्री का जाली सर्टिफिकेट अवैध रूप से जमा के आरोप में पकड़ा था.
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Posted by : Avinish Kumar Mishra