हर संभव मदद का दिया आश्वासन
खट्टर ने घटना की निंदा की और घटना की जांच और कटारिया की सुरक्षा के संबंध में यूके में भारतीय हाई कमीशन को लिखा. लिखते हुए उन्होंने कहा- मैंने घटना की निंदा की है, वहां के हाई कमीशन को घटना की जांच और करण कटारिया की सुरक्षा के संबंध में भी लिखा है. उन्होंने जवाब दिया है और आश्वासन दिया है कि वे ऐसा नहीं होने देंगे और इस पर गौर करेंगे. मैं उनसे मिला. खट्टर ने आगे बताया- मैंने उसके परिवार से मुलाकात की है और हर तरफ से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया है.
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ओवैसी ने साधा निशाना
कटारिया केस में खट्टर की मुस्तैदी पर निशाना साधते हुए जबकि, भिवानी हत्याकांड के 8 आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आये हैं और फरार हैं. ओवैसी ने एक ट्वीट शेयर किया. इस ट्वीट में उन्होंने लिखा- हरियाणा के मुख्यमंत्री को लंदन के कॉलेज में एक छात्र के इलेक्शन को लेकर ज्यादा चिंता है. जबकि, उनके राज्य में जुनैद और नासिर को जिन्दा जला दिया गया है. आगे बताते हुए उन्होंने कहा- ऐसा करने वाले आतंकवादियों को राज्य का संरक्षण प्राप्त था और इस मामले में केवल एक आरोपी को ही गिरफ्तार किया गया है.
आखिर क्यों हो रहा है बवाल
हरियाणा में दो मुस्लिम समुदाय के युवकों की कथित तौर पर गौ रक्षकों द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी थी. इन दोनों मृतकों की पहचान जुनैद (37) और नासिर (27) के रूप में हुई थी. बाद में इन दोनों की लाश को एक कार के अंदर से बरामद किया गया था. मारे गए दोनों ही युवकों ने इसके लिए बजरंग दल के मेंबर्स को जिम्मेदार बताया जिसकी वजह से एक आक्रोश और एक राजनीतिक झगड़ा खड़ा हो गया.
जुनैद और नासिर को 15 फरवरी को धमकाया गया
एक आरोपी रिंकू सैनी को पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था. जबकि, आठ अन्य अभी भी फरार हैं. 8 फरार संदिग्धों में मोहित यादव या मोनू मानेसर शामिल नहीं हैं, जो हरियाणा के मानेसर जिले में बजरंग दल के नेता हैं, जिन्हें मूल रूप से प्रथम सूचना रिपोर्ट में नामित किया गया था. जांचकर्ताओं ने कहा कि जुनैद और नासिर को 15 फरवरी को धमकाया गया, अगवा किया गया और उन पर हमला किया गया. उन्हें हरियाणा के फिरोजपुर झिरका में कम से कम दो पुलिस स्टेशनों में ले जाया गया, लेकिन उन्हें लौटा दिया गया.