उपचुनाव कब करवाया जाता है?
एक सवाल लोगों के मन में उठ रहा है कि आखिर उपचुनाव कब करवाया जाता है? तो आइए आपको बताते हैं इस सबंध में…दरअसल, किसी भी विधानसभा या लोकसभा सीट पर उपचुनाव तभी करवाने की प्रथा है जब उस सीट पर किसी प्रत्याशी का प्रतिनिधित्व नहीं रहता है. अधिकतर मामलों में देखा गया है कि विधायकों या सांसदों के निधन के बाद चुनाव आयोग उस सीट पर उपचुनाव कराता है. हालांकि यदि विधायक/सांसद की विधायकी/सांसदी चली जाती है तो भी उस सीट पर चुनाव आयोग चुनाव करवाता है. जनप्रतिनिधित्व कानून 1951 के सेक्शन-151 (A) के अनुसार, कोई भी सीट (लोकसभा या विधानसभा) खाली होने पर छह महीने के अंदर चुनाव करवाना आवश्यक है. यह तारीख उस दिन से लागू होती है, जिस तिथि से वह सीट खाली हो चुकी है.
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि राहुल गांधी संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह निडर होकर बोलते रहे हैं. उन्होंने सामाजिक मुद्दों, आर्थिक मुद्दों, राजनीतिक मुद्दों पर बिना किसी डर के बात की है और स्पष्ट रूप से वह इसके लिए कीमत चुका रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह सरकार परेशान है क्योंकि वह तथ्यों और आंकड़ों के साथ बात करते हैं. यह सरकार उनकी आवाज को दबाने के लिए नई तकनीक ढूंढ रही है.
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राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने क्या कहा
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जिस तरह का भय, हिंसा का माहौल देश में बना है, उसमें ED, न्यायपालिका, चुनाव आयोग पर दबाव है. ये तानाशाही प्रवृत्ति है। संसद चल नहीं पा रही, एक सांसद बोल नहीं पा रहा. भारत जोड़ो यात्रा से सरकार घबराई हुई है इसलिए विपक्ष की कोई मांग पूरी नहीं होने दे रही. वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य ठहराये जाने के बाद कहा है कि कुछ लोगों ने इंदिरा गांधी के साथ भी यही भूल की थी.