Wedding Video : दो भाईयों ने एक ही लड़की से कर ली शादी, सब हैरान
Wedding Video : जोड़ीदारा हिमाचल प्रदेश की हाटी जनजाति में प्रचलित एक पारंपरिक बहुपति विवाह है, जिसमें एक महिला दो या उससे अधिक भाइयों से विवाह करती है. यह परंपरा प्राचीन सामाजिक और आर्थिक कारणों से चली आ रही है और आज भी कुछ क्षेत्रों में सीमित रूप से देखी जाती है.
By Amitabh Kumar | July 20, 2025 9:46 AM
Wedding Video : हिमाचल प्रदेश से एक अजीब खबर आई जिसकी चर्चा होने लगी है. यहां की हाटी जनजाति के दो भाइयों ने एक ही महिला से शादी की, जो एक दुर्लभ बहुपति विवाह (स्थानीय भाषा में ‘जोड़ीदारा’) कहलाता है. यह अनोखी शादी सिरमौर जिले के शिलाई गांव में हुई. तीन दिन तक चला यह समारोह 12 जुलाई से शुरू हुआ और इसमें सैकड़ों ग्रामीणों ने हिस्सा लिया. हर पारंपरिक शादी की तरह, इस विवाह समारोह में भी रंग-बिरंगे लोक संगीत, नृत्य और सामूहिक उत्सवों की धूम नजर आई. गांववाले पारंपरिक पहनावे में शामिल हुए और पूरे समारोह को एक उत्सव जैसा माहौल दे दिया.
बहुपति विवाह में क्या होता है?
बहुपति विवाह में एक महिला एक से अधिक पुरुषों (अक्सर भाइयों) से विवाह करती है. कभी हिमाचल प्रदेश की हाटी जनजाति, खासकर सिरमौर जिले में यह शादी बहुत ही प्रचलित थी. हालांकि अब यह प्रथा बहुत कम देखी जाती है, फिर भी जोड़ीदारा विवाह को हिमाचल प्रदेश के राजस्व कानूनों में आज भी मान्यता प्राप्त है.
छह वर्षों में बधाना गांव में ही ऐसे पांच बहुपति विवाह हुए
हाटी समुदाय को तीन साल पहले अनुसूचित जनजाति(Scheduled Tribe) का दर्जा दिया गया था. यह हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की सीमा से लगे ट्रांस-गिरी क्षेत्र में निवास करता है. यह समुदाय अपनी विशिष्ट परंपराओं, रीति-रिवाजों और सांस्कृतिक पहचान के लिए जाना जाता है. अधिकारियों के अनुसार, पिछले छह वर्षों में बधाना गांव में ही ऐसे पांच बहुपति विवाह (जोड़ीदारा) हो चुके हैं. समुदाय की शीर्ष संस्था केंद्रीय हाटी समिति का कहना है कि यह परंपरा हजारों साल पहले जरूरत के चलते शुरू हुई थी. यह जानकारी पीटीआई समाचार एजेंसी की एक रिपोर्ट में दी गई है.
दुल्हन सुनीता चौहान ने शादी को लेकर क्या कहा?
दुल्हन सुनीता चौहान और दूल्हे प्रदीप और कपिल नेगी ने कहा कि उन्होंने बिना किसी दबाव के यह फैसला लिया है. इस विवाह समारोह के वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहे हैं. कुन्हाट गांव की रहने वाली सुनीता ने कहा कि वह इस परंपरा से अवगत थीं और उन्होंने बिना किसी दबाव के यह निर्णय लिया. उन्होंने कहा कि वह इस नये संबंध का सम्मान करती हैं. शिलाई गांव के प्रदीप एक सरकारी विभाग में काम करते हैं जबकि उनके छोटे भाई कपिल विदेश में नौकरी करते हैं.