Z Category Security: क्या है Z श्रेणी की सुरक्षा? किसे दी जाती है जानें सबकुछ
Z Category Security: देश में कई वीआईपी को सुरक्षा प्रदान की जाती है. इस श्रेणी में z केटेगरी की सुरक्षा देश के प्रमुख लोगों को दी जाती है. आइए आज इसके बारे में आपको बताते हैं.
By Ayush Raj Dwivedi | February 22, 2025 4:05 PM
Z Category Security: दिल्ली की नई सीएम रेखा गुप्ता को हाल ही में जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. जेड श्रेणी की सुरक्षा भारत में सरकार द्वारा प्रमुख व्यक्तियों को सुरक्षा प्रदान की जाती है, और यह सुरक्षा अलग-अलग श्रेणियों में बांटी जाती है. देश में कुल 5 सुरक्षा श्रेणियां हैं- Z+, Z, Y+, Y और X। रेखा गुप्ता को मिलने वाली सुरक्षा ‘जेड श्रेणी’ है, जो तीसरी उच्चतम श्रेणी की सुरक्षा मानी जाती है. जेड श्रेणी सुरक्षा में 22 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं, जिनमें 4 या 6 एनएसजी कमांडो और पुलिस कर्मी शामिल होते हैं. इसके अलावा, दिल्ली पुलिस, आईटीबीपी, या सीआरपीएफ के जवान भी सुरक्षा में तैनात होते हैं.
इस सुरक्षा का खर्च कौन उठाता है?(Z Category Security)
जेड श्रेणी सुरक्षा प्रदान करने के लिए कई सुरक्षाकर्मियों के साथ एक काफिला बनता है, जिसमें सुरक्षा वाहन भी शामिल होते हैं. यह सुरक्षा बहुत खर्चीली होती है, और इसका खर्च राज्य सरकार द्वारा उठाया जाता है. 2014 में एक आरटीआई के जवाब में यह स्पष्ट किया गया था कि सुरक्षा के खर्च को राज्य सरकार द्वारा ही वहन किया जाता है.
किसे-किसे मिलता है जेड श्रेणी सुरक्षा?
जेड श्रेणी(Z Category) सुरक्षा अब तक कई प्रमुख व्यक्तियों को दी जा चुकी है. इनमें योग गुरु बाबा रामदेव, अभिनेता आमिर खान, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और तिब्बत के धार्मिक गुरु दलाई लामा जैसे नाम शामिल हैं. हाल ही में, दलाई लामा की सुरक्षा भी बढ़ाकर जेड श्रेणी कर दी गई है. रेखा गुप्ता को जेड श्रेणी सुरक्षा मिलने से यह साफ हो जाता है कि उनकी सुरक्षा प्राथमिकता पर है.
सिर्फ पीएम को मिलती SPG सुरक्षा
SPG सुरक्षा, देश के प्रधानमंत्री और उनके परिवार के सदस्य को विशेष सुरक्षा प्रदान करती है. इसकी स्थापना 1985 में की गई थी. यह सुरक्षा व्यवस्था उच्चतम स्तर की होती है और इसमें सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीक, सुरक्षाकर्मियों और वाहनों का इस्तेमाल किया जाता है. SPG की टीम के सदस्य अत्यधिक प्रशिक्षित होते हैं और उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में विशेष अनुभव होता है.