Home Badi Khabar कांग्रेस अध्‍यक्ष पद के चुनाव में G-23 बनेगा रोड़ा ?आजाद के राहुल गांधी पर हमले का क्‍या होगा असर

कांग्रेस अध्‍यक्ष पद के चुनाव में G-23 बनेगा रोड़ा ?आजाद के राहुल गांधी पर हमले का क्‍या होगा असर

0
कांग्रेस अध्‍यक्ष पद के चुनाव में G-23 बनेगा रोड़ा ?आजाद के राहुल गांधी पर हमले का क्‍या होगा असर
**EDS: FILE PHOTO**New Delhi: In this Oct. 14, 2019 file photo, senior Congress leader Ghulam Nabi Azad with party leader Rahul Gandhi in Nuh district. Azad resigned from all party positions, including its primary membership, on Friday, Aug. 26, 2022. (PTI Photo/Atul Yadav)(PTI08_26_2022_000052A)

कांग्रेस अध्‍यक्ष पद पर कौन आसीन होगा ? इस सवाल का जवाब कांग्रेस के विरोधी भी जानना चाहते हैं. ऐसा इसलिए क्‍योंकि विरोधी हमेशा आरोप लगाते हैं कि गांधी परिवार का ही कोई कांग्रेस का अध्‍यक्ष होगा. विरोधी का इशारा राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की ओर है. इस बीच वरिष्‍ठ नेता गुलाम नबी आजाद के इस्‍तीफे के बाद कांग्रेस अध्‍यक्ष पद का चुनाव और रोचक हो गया है क्‍योंकि उन्होंने अपने इस्‍तीफे के लिए लिखे पत्र में राहुल गांधी पर करारा प्रहार किया है.

G-23 बनेगा रोड़ा 

आपको बता दें कि काग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के बाद चुनाव को लेकर कुछ निर्णय लिये गये हैं. इसके अनुसार 22 सितंबर को चुनाव की अधिसूचना जारी की जाएगी और 17 अक्टूबर को मतदान होगा. इसके बाद 19 अक्टूबर को कांग्रेस को नया अध्‍यक्ष मिल जाएगा. यानी इस दिन परिणाम आ जाएगा. चुनाव को लेकर G-23 के शेष सदस्यों के जल्द ही नई दिल्ली में मिलने और चुनाव लड़ने का फैसला करने की उम्मीद जतायी जा रही है.

चाटुकारिता का अंत होना ही चाहिए

इस संबंध में हिंदुस्‍तान टाइम्‍स ने खबर प्रकाशित की है. खबरों की मानें तो जी-23 के एक सदस्य ने बताया है कि हम देखेंगे कि यह चुनाव वास्तविक है. या फिर केवल दिखाने के लिए करवाया जा रहा है. सबसे पहले हम मतदाता सूची पर नजर डालेंगे. अगर मतदाता सूची पहले से तैयार करके रखी गयी होगी तो चुनाव लड़ने का कोई मतलब नहीं. कांग्रेस में चाटुकारिता का अंत होना ही चाहिए.

गुलाम नबी आजाद ने किया हमला

इधर कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद ने सोमवार को अपने पुराने दल और उसके नेतृत्व पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि ‘बीमार’ कांग्रेस को दुआ नहीं, दवा की जरूरत है, लेकिन उसका इलाज ‘कम्पाउंडर कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले होने के कांग्रेस के आरोप पर भी उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर उनको निशाने पर लिया और सवाल पूछा कि जो संसद में भाषण देने के बाद प्रधानमंत्री से गले मिले, वह मोदी के साथ मिले या नहीं? दूसरी तरफ, कांग्रेस ने आजाद पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें पार्टी को बदनाम करने का काम सौंपा गया है.

भाषा इनपुट के साथ

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel
Exit mobile version