वैशाली रमेशबाबू
शतरंज की खिलाड़ी वैशाली रमेशबाबू ने 6 साल की उम्र से ही शतरंज खेलना शुरू किया था और 2023 में ग्रैंडमास्टर का खिताब जीतने के बाद, 2024 महिला विश्व ब्लिट्ज़ शतरंज चैंपियनशिप में कांस्य पदक भी जीता. उनकी कड़ी मेहनत और रणनीतिक सोच ने उन्हें वैश्विक मंच पर भारत का नाम रोशन किया.
अनीता देवी
अनीता देवी, जिन्हें ‘बिहार की मशरूम लेडी’ के नाम से जाना जाता है, ने 2016 में माधोपुर फार्मर्स प्रोड्यूसर्स कंपनी की स्थापना की. उन्होंने मशरूम की खेती के माध्यम से न केवल खुद को आत्मनिर्भर बनाया, बल्कि सैकड़ों ग्रामीण महिलाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान किए, जिससे उनकी वित्तीय स्वतंत्रता सुनिश्चित हुई.
एलिना मिश्रा और शिल्पी सोनी
एलिना मिश्रा, जो भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) में परमाणु वैज्ञानिक हैं, और शिल्पी सोनी, जो भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) में अंतरिक्ष वैज्ञानिक हैं, दोनों ही अत्याधुनिक शोध और विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं. इन दोनों महिलाओं ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारतीय महिलाओं की भूमिका को उजागर किया है.
अजयता शाह
अजयता शाह, फ्रंटियर मार्केट्स की संस्थापक और सीईओ, 35,000 से अधिक महिला उद्यमियों को सशक्त बना चुकी हैं. उनकी पहल ने ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया है और आवश्यक सेवाओं एवं उत्पादों की आपूर्ति के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त किया है.
अंजली अग्रवाल
डॉ. अंजली अग्रवाल सामर्थ्यम सेंटर फॉर यूनिवर्सल एक्सेसिबिलिटी की संस्थापक हैं. पिछले तीन दशकों से अपना जीवन बाधा मुक्त बुनियादी ढांचे को सुनिश्चित किया है.
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