चकचंद तो है, पर नहीं दिखता ढबुआ

।। दीपक कुमार मिश्र ।। प्रभात खबर, भागलपुर गांव में स्कूली शिक्षा के दौरान चकचंद व शिक्षक दिवस का इंतजार रहता था. 15 अगस्त के बाद चकचंद का इंतजार और तैयारी शुरू हो जाती. पिताजी पर ढबुआ (डांडिया जैसी स्टिक) लाने का दबाव बढ़ जाता. शाम को जब वह बाजार से लौटते, तो पहला सवाल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 2, 2014 12:22 PM
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