40 Years of Prabhat Khabar : इनकम टैक्स रेड और माफिया ने नौकरों के बैग में भरे पैसे, कहा- भाग जाओ
40 Years of Prabhat Khabar : 1993 के फरवरी महीने में आयकर विभाग ने पशुपालन माफिया के खिलाफ छापेमारी शुरू की. इस छापेमारी से वे परेशान हो गए, क्योंकि उन्हें कार्रवाई की उम्मीद नहीं थी. स्थिति यह थी कि घरों में ताले तो थे, लेकिन खाना बनकर तैयार था. शराब की बोतलें बिखरी हुईं थी और उनके नौकर रुपयों के मालिक बन रहे थे.
By Rajneesh Anand | August 2, 2024 5:24 AM
40 Years of Prabhat Khabar : पशुपालन विभाग में हो रहे घपले की रिपोर्ट जब प्रभात खबर में सबसे पहले प्रकाशित हुई, तो आयकर विभाग ने कार्रवाई शुरू की. उनकी कार्रवाई से घपले में संलिप्त पशुपालन माफिया बौखला गए और अपने ठिकानों को छोड़कर भागने लगे. कई लोग तो घरों पर ताला लटका गए, तो कुछ ने तो नौकरों को रुपए से भरा बैग देकर भगा दिया. आयकर विभाग के अधिकारी जब रेड करने पहुंचे तो कई घरों में अफरा-तफरी की स्थिति थी और लोग तैयार खाने को भी छोड़कर भाग गए थे. प्रभात खबर ने 1993 में एक रिपोर्ट छापी थी, जिसका हेडिंग था-रुपयों से भरा बैग लेकर नौकर भाग निकला. पढ़ें रजत गुप्ता और प्रकाश की यह खास रिपोर्ट-
2 फरवरी 1993 : रुपयों से भरा बैग लेकर नौकर भाग निकला
पशुपालन माफिया के खिलाफ आयकर विभाग का छापामारी आज भी जारी रहा. इसके तहत अशोक विहार में एक मकान पर छापा पड़ा. सूत्र के अनुसार इस छापे में नकद रकम जब्त नहीं हुई है, लेकिन छापामारी में दल को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और व्यापारिक प्रतिष्ठानों के दस्तावेज मिले हैं. उधर कल शाम को एयरपोर्ट पर आयकर विभाग के अधिकारियों ने जिस तरह छापेमारी की उससे पशुपालन माफिया सकते में हैं.
आयकर विभाग की टीम ने अपनी छापामारी को जारी रखते हुए आज कुछ घरों पर रेड किया. आयकर विभाग की टीम आज सबसे पहले रवींद्र कुमार सिंह के मकान पर गई. टीम को उनके घर में ताला तोड़कर प्रवेश करना पड़ा. घर के अंदर का दृश्य देखकर कोई भी यह समझ सकता था कि घरवालों को आयकर रेड की सूचना मिल गई थी और घर के सभी सदस्य हड़बड़ी में घर पर ताला जड़कर कहीं चले गए हैं. कहीं सब्जी तैयार रखी थी, तो कहीं कपड़े और सामान बिखरे थे. रवींद्र कुमार सिंह के घर में जब रेड पड़ा तो उनका नौकर एक भूरे रंग के बैग में पैसा भरकर भाग निकला.
आयकर विभाग की टीम ने जब विजय मल्लिक के घर को घेरा तो, उन्हें वहां ताला लगा हुआ मिला. छापामार टीम को वहां स्वतंत्र गवाह जुटाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. आसपास के लोगों ने भी इसमें कोई सहयोग नहीं किया. काफी विलंब के बाद मकान का ताला तोड़ा गया. मकान के अंदर विदेशी शराब की बोतलों के अलावा जूठे बरतन और तैयार रखी सब्जी भी पाई गई. इससे यह साफ पता चलता था कि घर के लोग घबराकर कहीं भाग गए हैं.