Indo-US Relation: भारत-अमेरिका व्यापार परिदृश्य, जानिए कैसे हैं दोनों के बीच व्यापारिक संबंध
भारत अमेरिका का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है. दोनों देशों के बीच 2023 में 190 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ, जिनमें वस्तु और सेवा दोनों ही शामिल रहे.
By Aarti Srivastava | February 18, 2025 4:45 PM
Indo-US Relation: भारत और अमेरिका के बीच एक व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है, जो लगभग सभी क्षेत्रों को अपने दायरे में समाहित करती है. यह साझेदारी साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, कई मुद्दों पर आपसी हितों की पूर्ति और लोगों से लोगों के बीच संपर्कों के साथ विकसित होती गयी है. उच्च-स्तरीय राजनीतिक दौरों के नियमित आदान-प्रदान ने द्विपक्षीय सहयोग को निरंतर गति प्रदान की है, वहीं दोनों देशों के नेताओं के बीच नियमित बातचीत ने द्विपक्षीय संबंधों को विस्तार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है. आज दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग व्यापक और बहु-क्षेत्रीय है, जिसमें व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा, उच्च-प्रौद्योगिकी, नागरिक परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, स्वच्छ ऊर्जा, पर्यावरण, कृषि और स्वास्थ्य समेत तमाम क्षेत्र शामिल हैं. यहां हम जानते हैं दोनों देशों के बीच होने वाले व्यापार के बारे में.
190 अरब डॉलर का व्यापार
अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है. यूएस सेंसस डाटा के अनुसार, कैलेंडर वर्ष 2023 में दोनों देशों के बीच 190.1 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ और जिनमें वस्तु और सेवा दोनों ही शामिल रहे.
वित्त वर्ष 2023-2024 में भारत में 4.99 अरब डॉलर के निवेश (एफडीआइ) के साथ अमेरिका भारत का तीसरा सबसे बड़ा निवेश स्रोत रहा. इस तरह अमेरिका का इस अवधि में भारत में निवेश कुल एफडीआइ इक्विटी प्रवाह का लगभग नौ प्रतिशत रहा.
इसी समय बहुत सी भारतीय कंपनियों ने भी अमेरिका में निवेश किया. अप्रैल 2023 में जारी सीआइआइ अध्ययन के अनुसार, 163 भारतीय कंपनियों ने अमेरिका में 40 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया और 4,25,000 प्रत्यक्ष नौकरियों का सृजन किया.
वर्ष 2022 में भारत के वित्त मंत्रालय और यूएस इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस को-ऑपरेशन (डीएफसी) ने इक्विटी निवेश, सह-बीमा, अनुदान, व्यवहार्यता अध्ययन (फिजिबिलिटी स्टडी) और तकनीकी सहायता के लिए एक निवेश प्रोत्साहन समझौते पर हस्ताक्षर किया था. जनवरी 2024 तक, डीएफसी का भारत पोर्टफोलियो सौ से अधिक परियोजनाओं में चार अरब के आसपास था.
भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार (मिलियन डॉलर में) (कैलेंडर वर्ष में)
भारत द्वारा किया गया निर्यात
वस्तु
सेवा
कुल
2018
54,282
28,874
83,156
2019
57,694
29,738
87,432
2020
51,190
25,841
77,031
2021
73,260
28,989
10,2,249
2022
85,671
32,862
11,8,533
2023
83,768
36,329
120,097
अमेरिका से किया गया आयात
वस्तु
सेवा
कुल
2018
33,191
25,200
58,391
2019
34,288
24,333
58,621
2020
27,395
17,420
44,815
2021
40,130
16,720
56,850
2022
47,332
25,571
72,903
2023
40,117
29,863
69,980
स्रोत : यूएस डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स, यूएस ब्यूरो ऑफ सेंसस
ऊर्जा क्षेत्र में द्विपक्षीय साझेदारी
भारत और अमेरिका के बीच ऊर्जा क्षेत्र में मजबूत द्विपक्षीय साझेदारी है. अप्रैल 2021 में रणनीतिक स्वच्छ ऊर्जा साझेदारी (एससीइपी) और क्लाइमेट एक्शन व फाइनेंस मोबिलाइजेशन डायलॉग (सीएएफएमडी) के साथ भारत-अमेरिका जलवायु और स्वच्छ ऊर्जा एजेंडा 2030 साझेदारी लॉन्च की गयी थी. वित्त वर्ष 2023-24 में दोनों के बीच 13.6 अरब डॉलर का हाइड्रोकार्बन व्यापार हुआ. अगस्त 2023 में भारत और अमेरिका ने यूएस-इंडिया रिन्यूएबल एनर्जी टेक्नोलॉजी एक्शन प्लेटफॉर्म (आरइटीएपी) लॉन्च किया, ताकि नयी तकनीकों का परीक्षण और उपकरणों का विकास किया जा सके.