अनंत अंबानी ने क्यों बनाया वनतारा
वनतारा जैसी परियोजना के बारे में अनंत अंबानी का कहना है कि मेरे पिताजी वन्यजीव प्रेमियों में से एक हैं. मैंने 18 साल की उम्र तक अफ्रीका, रणथंभौर, कान्हा, बांधवगढ़ और काजीरंगा के जंगलों को देख लिया था. मुकेश अंबानी उन्हें केवल जंगल की छुट्टियों पर ही ले जाते थे. मेरे भाई के बेटे पृथ्वी के लिए छुट्टियां मनाने का मतलब है जामनगर जाना. तो जब भी उसे मौका मिलता है, हम सब जामनगर पहुंच जाते हैं. हम कहीं और नहीं जाते. अनंत का कहना है कि मेरी मां ने सबसे पहले हमारी पहली हथिनी गौरी को बचाया था. गौरी हमारे पूरे परिवार की लाडली है.
विलुप्त और संकटग्रस्त जानवरों का प्रजनन
वनतारा वन्यजीवों के बचाव, पुनर्वास और संरक्षण का केंद्र है. वनतारा 2,000 से अधिक प्रजातियों और 1.5 लाख से ज्यादा बचाए गए विलुप्त और संकटग्रस्त जानवरों का घर है. कई प्रजातियों के जानवरों का यहां पुनर्वास किया गया है. वर्ल्ड लाइफ फंड फॉर नेचर (WWF) और अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) से भी सहयोग लेता है. अनंत अंबानी आरआईएल और रिलायंस फाउंडेशन के बोर्ड में हैं. वो रिलायंस की महत्वाकांक्षी रिन्यूएबल एनर्जी बिजनेस को भी देखते हैं. रिलायंस को 2035 तक नेट कार्बन जीरो कंपनी बनाने की जिम्मेदारी भी वही उठा रहे हैं.
वनतारा ऐसे आया पहली बार चर्चा में
वनतारा पहली बार चर्चा में उस समय आया जब अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट के प्रीवेडिंग चल रहे थे. जामनगर में इन्हीं इवेंट के दौरान अनंत अंबानी का एक इंटरव्यू वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने वनतारा की जानकारी दी थी. साथ ही जंगली जानवरों के प्रति अपने जुनून के बारे में भी बताया था. कोविड के समय इस एनिमल रेस्क्यू सेंटर को विकसित किया गया. जहां हर भरे जंगल, हाथियों के जकूजी, मसाज की सुविधा है. इसके अलावा अन्य जंगली जानवरों के लिए उनकी जरूरत के अनुसार सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं.
वनतारा की खास बातें
- वनतारा दुनिया का सबसे बड़ा निजी पुनर्वास और संरक्षण केंद्र है.
- एशिया का पहला अस्पताल यहां है जहां सीटी स्कैन और एमआरआई भी हैं.
- यहां जंगली जानवरों को बचाने का अभियान चलता है.
- यह 48 प्रजातियों का संरक्षण और पुनर्वास केंद्र भी है.
- यहां 250 से ज्यादा हाथी और रिकार्ड संख्या में मगरमच्छ भी हैं.
- यहां धीरू भाई अंबानी को नाम से एक रिसर्च सेंटर भी है.
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