महान क्रांतिकारी और देश के लिए हंसते-हंसते अपने प्राणों की आहुति देने वाले भगत सिंह की कल जयंती है. भगत सिंह मात्र 23 वर्ष के थे तब वे देश के लिए फांसी के फंदे पर झूल गये. भगत सिंह का शेरो-शायरी के प्रति बड़ा झुकाव था. वे जब भी अपने परिवार वालों को खत लिखते उसमें शेरो-शायरी भी शामिल होते थे. फांसी पर चढ़ने से पहले उन्होंने अपने भाई को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने चंद पंक्तियां भी लिखीं थीं, पढ़ें :-
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