अमृता प्रीतम की पुण्यतिथि पर विशेष : 45 साल बिना शादी के साथ रहने के बाद इमरोज की बांहों में तोड़ा दम

मैं तुझे फिर मिलूँगी... कहाँ कैसे पता नहीं शायद तेरे कल्पनाओं की प्रेरणा बन तेरे केनवास पर उतरुँगी या तेरे केनवास पर एक रहस्यमयी लकीर बन ख़ामोश तुझे देखती रहूँगी मैं तुझे फिर मिलूँगी कहाँ कैसे पता नहीं… ऐसी शानदार पंक्तियों को रचकर अमर हो जाने वाली मशहूर साहित्यकार अमृता प्रीतम की आज पुण्यतिथि है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 31, 2017 2:14 PM
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मैं तुझे फिर मिलूँगी

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