Budh Vakri 2025: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध ग्रह बुद्धि, वाणी, व्यापार, तर्कशक्ति और यात्रा का प्रतिनिधित्व करता है. जब यह ग्रह वक्री यानी उल्टी दिशा में चलता है, तो हमारे जीवन पर कई प्रकार के प्रभाव डालता है. इस वर्ष 18 जुलाई 2025 को सुबह 10:13 बजे से बुध ग्रह वक्री हो जाएगा, जो कि संचार, निर्णय और मानसिक स्थिति पर असर डाल सकता है.
इस दौरान कुछ विशेष सावधानियां अपनाकर आप अनावश्यक परेशानियों से बच सकते हैं:
सोच-समझकर लें निर्णय
बुध वक्री के दौरान बिना सोचे-समझे कदम उठाना नुकसानदेह हो सकता है. किसी नए काम की शुरुआत, निवेश या रिश्तों को लेकर कोई बड़ा फैसला फिलहाल टाल दें. पहले से चल रहे कार्यों की दोबारा समीक्षा करें.
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माइंडफुलनेस और ध्यान जरूरी
इस समय बेचैनी और मानसिक भ्रम बढ़ सकता है. ऐसे में ध्यान, योग और गहरी सांसों की क्रिया से मन को स्थिर रखें. फोकस करें कि आप क्या बदल सकते हैं, ना कि उन बातों पर जो आपके हाथ में नहीं हैं.
खुद से करें प्यार
यह समय आत्मदेखभाल का है. भागदौड़ से थोड़ी राहत लें, फैमिली आउटिंग या खुद के लिए कोई ख़ास प्लान बनाएं. कुछ ऐसा करें जो आपके मन को सुकून दे.
कम बोलें, अधिक सुनें
बुध वाणी का कारक है, और वक्री काल में गलतफहमियां बढ़ सकती हैं. ऐसे में सोच-समझकर बोलें. क्रोध या जल्दबाज़ी में कही गई बातें रिश्तों में दूरी ला सकती हैं. बेहतर होगा कि प्रतिक्रिया देने से पहले सोचें.
भावनाओं में बहकर न लें निर्णय
शादी, घर खरीदना, जॉब चेंज या बड़ा फाइनेंशियल निर्णय इस समय टालें. जो निर्णय आप अभी लेंगे, वह आगे चलकर परेशानी का कारण बन सकता है.
बुध का वक्री होना एक चेतावनी है—जीवन में पॉज़ लें, आत्मनिरीक्षण करें और मानसिक रूप से संतुलन बनाएं. डरें नहीं, बल्कि इसे एक अवसर मानें खुद को समझने और सोच-समझकर जीवन में आगे बढ़ने का.
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ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
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