Ahoi Mata Ki Aarti: आज अहोई अष्टमी पर करें अहोई माता की आरती का पाठ
Ahoi Mata Ki Aarti : आज 24 अक्टूबर 2024 को अहोई अष्टमी मनाई है. कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी का व्रत किया जाता है. वैसे तो ये व्रत पूरे देश में किया जाता है लेकिन उत्तर भारत में इस मान्यता काफी अधिक है. यहां देखें अहोई माता की आरती कैसे करें
By Shaurya Punj | October 24, 2024 10:58 AM
Ahoi mata ki Aarti : आज 24 अक्टूबर 2024 को अहोई अष्टमी मनाई जा रही है. अहोई अष्टमी का व्रत पूरे दिन उपवास रखकर किया जाता है, और रात में तारे देखने के बाद ही व्रत का समापन किया जाता है. अहोई का अर्थ है अनहोनी को होनी में बदलना और किसी अप्रिय घटना से बचाना. इस दिन कथा के बाद आरती का पाठ करना अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है. इसके अतिरिक्त, इस दिन अहोई माता की कथा पढ़ने के बाद देसी घी के दीपक से पूजा करते समय आरती का गायन अवश्य करें.
अहोई माता की आरती
जय अहोई माता, जय अहोई माता! तुमको निसदिन ध्यावत हर विष्णु विधाता। टेक।।
ब्राह्मणी, रुद्राणी, कमला तू ही है जगमाता। सूर्य-चंद्रमा ध्यावत नारद ऋषि गाता।। जय।।
माता रूप निरंजन सुख-सम्पत्ति दाता।। जो कोई तुमको ध्यावत नित मंगल पाता।। जय।।
तू ही पाताल बसंती, तू ही है शुभदाता। कर्म-प्रभाव प्रकाशक जगनिधि से त्राता।। जय।। जिस घर थारो वासा वाहि में गुण आता।। कर न सके सोई कर ले मन नहीं धड़काता।। जय।।
तुम बिन सुख न होवे न कोई पुत्र पाता। खान-पान का वैभव तुम बिन नहीं आता।। जय।।
शुभ गुण सुंदर युक्ता क्षीर निधि जाता। रतन चतुर्दश तोकू कोई नहीं पाता।। जय।।
श्री अहोई मां की आरती जो कोई गाता। उर उमंग अति उपजे पाप उतर जाता।।