Ayodhya Diwali 2024: इस बार की दीपावली होगी विशेष, अयोध्या राम मंदिर में हजारों दीप जलाये जाएंगे
Ayodhya Diwali 2024: अयोध्या में दिवाली के जश्न के तौर पर भगवान राम के दरबार को फूलों से सजाया गया है. 500 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद अयोध्या में रामलला के जन्मस्थान पर निर्मित मंदिर में हजारों दीप जलाए जाएंगे. इस साल दिवाली मनाने के लिए व्यापक तैयारी की गई है क्योंकि इस साल की शुरुआत में राम मंदिर के उद्घाटन के बाद यह पहली दिवाली है.
By Shaurya Punj | October 31, 2024 7:25 AM
Ayodhya Diwali 2024: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घोषणा की कि इस वर्ष की दीपावली ऐतिहासिक होगी, क्योंकि 500 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद अयोध्या में रामलला के जन्मस्थान पर निर्मित मंदिर में हजारों दीप जलाए जाएंगे. मोदी ने कहा कि यह दीपावली विशेष है, क्योंकि भगवान राम एक बार फिर अपने घर लौट रहे हैं, और यह प्रतीक्षा 14 वर्षों की नहीं, बल्कि 500 वर्षों की है.
VIDEO | The court of Lord Ram has been decorated with flowers as part of Diwali celebrations in Ayodhya. An extensive preparation has been made for Diwali celebrations this year as it is the first Diwali after the Ram Temple inauguration which happened earlier this year.… pic.twitter.com/DbDOe7IlYu
प्रधानमंत्री ने यह बात स्वास्थ्य क्षेत्र की लगभग 12,850 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास के बाद अपने संबोधन में कही. एक अन्य कार्यक्रम में, प्रधानमंत्री ने कहा, “इस वर्ष की दीपावली अत्यंत महत्वपूर्ण और विशेष है…500 वर्षों के बाद प्रभु श्री राम अयोध्या के भव्य मंदिर में विराजमान हैं. यह उनके विराजमान होने के बाद की पहली दीपावली है.”
उन्होंने उल्लेख किया कि इस दीपावली की प्रतीक्षा में अनेक पीढ़ियाँ बीत गईं, लाखों लोगों ने बलिदान दिए और कठिनाइयों का सामना किया. उन्होंने कहा, “हम सभी अत्यंत भाग्यशाली हैं कि हम इस विशेष, अद्वितीय और भव्य दीपावली के साक्षी बनेंगे.”
इस वर्ष जनवरी में अयोध्या मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी. प्रधानमंत्री मोदी ने इस कार्यक्रम का नेतृत्व किया था. इस अवसर पर उन्होंने मंदिर निर्माण के साथ-साथ अगले 1,000 वर्षों के भारत की नींव रखने का आह्वान किया था. उन्होंने यह भी कहा था कि राम के विचार, “मानस के साथ ही जनमानस” में भी समाहित हों, यही राष्ट्र निर्माण की सीढ़ी है.