ज्येष्ठ माह का तीसरा बड़ा मंगल आज, जानें पूजा का शुभ समय, क्या है सही विधि?

Bada Mangal 2025: ज्येष्ठ माह के मंगलवार को लेकर एक लोक मान्यता प्रचलित है कि इसी दिन बजरंगबली की प्रभु श्रीराम से पहली भेंट हुई थी. इसी कारण ज्येष्ठ माह के मंगलवारों को विशेष रूप से पवित्र और फलदायक माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन सच्चे मन से की गई पूजा-अर्चना से न केवल हनुमानजी, बल्कि प्रभु श्रीराम का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है.

By Shaurya Punj | May 27, 2025 7:40 AM
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Bada Mangal 2025: ज्येष्ठ माह का हर मंगलवार हनुमानजी को समर्पित माना जाता है और इसका विशेष धार्मिक महत्व होता है. इस दौरान पड़ने वाले प्रत्येक मंगलवार को “बड़ा मंगल” या “बुढ़वा मंगल” कहा जाता है. मान्यता है कि इसी दिन भगवान राम और हनुमानजी की पहली भेंट हुई थी, जिसे त्रेतायुग की एक महत्वपूर्ण घटना के रूप में देखा जाता है. यही कारण है कि इस दिन को विशेष श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस वर्ष ज्येष्ठ माह का तीसरा बड़ा मंगल 27 मई, यानी आज है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन श्रद्धा पूर्वक पूजन और विशेष उपाय करने से हनुमानजी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.

बड़ा मंगल का पूजन मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के तीसरे बड़े मंगल पर शुभ कार्यों के लिए कई उत्तम मुहूर्त उपलब्ध हैं. सुबह 8:52 से 10:35 तक चर चौघड़िया और 10:35 से दोपहर 12:18 तक लाभ चौघड़िया रहेगा. वहीं, अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:51 से 12:46 तक रहेगा, जो किसी भी शुभ कार्य के लिए अत्यंत फलदायक माना जाता है. शाम को 7:11 से 7:31 तक गोधूलि मुहूर्त रहेगा, जो पूजा और आरती के लिए विशेष रूप से शुभ माना गया है.

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बड़ा मंगल की पूजा विधि

सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ लाल वस्त्र धारण करें. इसके पश्चात बजरंगबली को लाल पुष्प अर्पित करें और सिंदूर में चमेली का तेल मिलाकर उनका चोला चढ़ाएं. चने, गुड़ और नारियल का नैवेद्य अर्पित करें. प्रभु को प्रसन्न करने के लिए बेसन या बूंदी के लड्डुओं का भोग भी लगाया जा सकता है. इसके बाद घी का दीपक प्रज्वलित करें और श्रद्धापूर्वक सुंदरकांड या हनुमान चालीसा का पाठ करें.

पाठ के पश्चात आरती करें और व्रत रखने का संकल्प लें. इस दिन हनुमानजी के साथ-साथ प्रभु श्रीराम और माता सीता की भी विधिवत उपासना करें. अंत में अपने जाने-अनजाने में हुई भूलों के लिए क्षमा याचना करें.

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