Bhadrapad Shani Pradosh Vrat 2024: बीते 20 अगस्त से भाद्रपद मास शुरू हो चुका है. भाद्रपद मास के कृष्ण त्रयोदशी को प्रदोष व्रत रखा जाएगा. भाद्रपद माह के प्रदोष व्रत का काफी महत्व होता है. आइए जानते हैं भाद्रपद मास का पहला प्रदोष व्रत कब रखा जाएगा.
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कब है भाद्रपद मास का पहला प्रदोष व्रत ?
भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 30 अगस्त, शुक्रवार को देररात 2 बजकर 26 मिनट से शुरू होकर 31 अगसपसकुस्त, शनिवार को देर रात 3 बजकर 41 मिनट तक है. भाद्रपद माह का पहला प्रदोष व्रत 31 अगस्त, शनिवार को रखा जाएगा.
भाद्रपद मास का पहला प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त क्या है ?
शनि प्रदोष व्रत के दिन शाम में 5 बजकर 44 मिनट से 7 बजकर 44 मिनट तक पूजा के लिए सबसे अच्छा मुहूर्त है.
भादो का दूसरा प्रदोष व्रत कब है ?
भाद्रपद मास का दूसरा प्रदोष व्रत 15 सितंबर 2024 को है.
शनि प्रदोष व्रत विधि
भाद्रपद शनि प्रदोष व्रत के दिन प्रातःकाल जल्दी उठकर नित्य कर्मों से निवृत्त होकर स्नान करके स्वच्छ धुले हुए वस्त्र धारण करें.
इसके बाद शिव मंदिर में जाकर शिव जी का पूजन करें और पूरे दिन निराहार व्रत करें.
शनिवार को पर्दोष तिथि पड़ने का कारण इस बार शनिदेव की कृपा भी प्राप्त होगी. इसलिए शनिदेव का भी पूजा करें.
पूरे दिन मन ही मन शिव जी के पंचाक्षरी मंत्र का जाप करें.
‘ॐ नम: शिवाय’ मंत्र
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