Bhadrapada Chaturthi 2024: संकष्टी चतुर्थी का हिंदुओं में बहुत धार्मिक महत्व है। यह दिन भगवान गणेश की पूजा के लिए समर्पित है। इस पवित्र दिन पर, भक्त उपवास रखते हैं और भगवान की पूजा करते हैं। एक महीने में दो चतुर्थी मनाई जाती हैं – शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष
Kajari Teej 2024: कजरी तीज का त्योहार आज,यहां जानें शुभ मुहूर्त और इस व्रत का महत्व
Kajari Teej 2024 : इस दिन है कजरी तीज, जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधान और कहानियां
कब है भाद्रपद सकष्टी चतुर्थी ?
इस बार हेरम्बा संकष्टी चतुर्थी है, जो भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष में यानी आज 22 अगस्त 2024 को मनाई जा रही है.
भाद्रपद सकष्टी चतुर्थी का शुभ मुहूर्त ?
भाद्रपद माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी 22 अगस्त 2024 को दोपहर 01 बजकर 46 मिनट पर शुरु हो रही है, जो 23 अगस्त 2024 को सुबह 10 बजकर 38 मिनट पर समाप्त हो रही है.
भाद्रपद सकष्टी चतुर्थी पर चंद्रोदय का समय क्या है ?
भाद्रपद संकष्टी चतुर्थी के दिन चंद्रमा की पूजा जरूरी मानी जाती है. आज 22 अगस्त को चंद्रोदय रात 08:43 बजे होने वाला है. आज व्रती चंद्रमा को अर्घ्य जरूर दें.
भाद्रपद सकष्टी चतुर्थी पर इस तरह करें पूजा ?
घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें.
संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें.
गणपति भगवान का गंगा जल से अभिषेक करें.
भगवान गणेश को पुष्प अर्पित करें.
भगवान गणेश को दूर्वा घास भी अर्पित करें.
भगवान गणेश को सिंदूर लगाएं.
भगवान गणेश का ध्यान करें.
गणेश जी को मोदक या लड्डूओं का भोग लगाएं.
इस व्रत में चांद की पूजा का भी महत्व है.
शाम को चांद के दर्शन करने के बाद ही व्रत तोड़े.
भगवान गणेश की आरती जरूर करें.
भाद्रपद सकष्टी चतुर्थी पर इस मंत्र का करें जप
गणपतिर्विघ्नराजो लम्बतुण्डो गजाननः ।
द्वैमातुरश्च हेरम्ब एकदन्तो गणाधिपः ॥
विनायकश्चारुकर्णः पशुपालो भवात्मजः ।
द्वादशैतानि नामानि प्रातरुत्थाय यः पठेत् ॥
विश्वं तस्य भवेद्वश्यं न च विघ्नं भवेत् क्वचित् ।
Rakshabandhan 2025: राखी बंधवाते समय भाई को किस दिशा में बैठाना शुभ, रक्षाबंधन पर अपनाएं ये वास्तु टिप्स
Sawan Pradosh Vrat 2025: श्रावण मास का अंतिम प्रदोष व्रत आज, इस विधि से करें पूजा
Raksha Bandhan 2025: रक्षाबंधन पर इस बार 95 सालों बाद बन रहा है दुर्लभ योग, मिलेगा दोगुना फल
Aaj Ka Panchang: आज 6 अगस्त 2025 का ये है पंचांग, जानिए शुभ मुहूर्त और अशुभ समय की पूरी जानकारी