Falgun Amavasya 2024: आज है फाल्गुन मास की अमावस्या, पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए करें ये उपाय
Falgun Amavasya 2024: फाल्गुन मास की अमावस्या को दान-पुण्य करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है, इसके साथ ही इस दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध कर्म किए जाते हैं.
By Radheshyam Kushwaha | March 10, 2024 9:34 AM
Falgun Amavasya 2024: फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि आज है. फाल्गुन अमावस्या के दिन स्नान-दान करने का विधान है. फाल्गुन की अमावस्या पर स्नान-दान करने से पितृ दोष के दुष्प्रभाव से राहत मिलती है. वहीं, इस दिन गाय, कौवे और कुत्ते को भोजन कराने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, फाल्गुन मास की अमावस्या को दान-पुण्य करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है, इसके साथ ही इस दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध कर्म किए जाते हैं. फाल्गुनी अमावस्या के दिन विशेष तौर पर विष्णु जी की पूजा-अर्चना की जाती है, इसलिए आइए जानते हैं फाल्गुनी अमावस्या के दिन कुछ किए जानें वाले उपाय और पूजा विधि-
पूजा-विधि 1- स्नान आदि कर मंदिर की साफ सफाई करें. 2- गणेश जी को प्रणाम करें. 3- विष्णु जी का पंचामृत सहित गंगाजल से अभिषेक करें. 4- अब प्रभु को पीला चंदन और पीले पुष्प अर्पित करें. 5- मंदिर में घी का दीपक प्रज्वलित करें. 6- श्री विष्णु चालीसा का पाठ करें. 7- पूरी श्रद्धा के साथ विष्णु जी की आरती करें. 8- तुलसी दल सहित भोग लगाएं. 9- अंत में क्षमा प्रार्थना करें.
फाल्गुन अमावस्या के दिन इंसान को किसी के प्रति मन में गलत नहीं सोचना चाहिए.
अमावस्या के दिन क्रोध करने और नए कपड़े खरीदने से बचना चाहिए.
फाल्गुन अमावस्या के दिन किसी से पैसों का लेन-देन नहीं करना चाहिए.
इस दिन तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए.
फाल्गुन अमावस्या के दिन सुनसान जगहों पर नहीं जाना चाहिए.
इन जगहों पर नकारात्मक शक्तियों का असर अधिक रहता है.
पितरों को खुश करने के लिए अमावस्या पर करें ये उपाय
अमावस्या का दिन पितरों को समर्पित है, इस दिन तर्पण करने, पिण्ड दान करने और दान-पुण्य करने से पितर खुश होते हैं और अपने परिवार के कष्ट दूर करते है. अमावस्या के दिन सूर्य अस्त होने के बाद घर की दक्षिण दिशा में सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए. अमावस्या को देसी घी का दीपक फूल वाली दो लौंग और केसर डालकर सुबह से लेकर सूर्य अस्त होने तक घर के ईशान कोण में जलाए रखना चाहिए. अमावस्या के दिन घर के हर कोने में उजाला रखना चाहिए. किसी भी कोने को अंधेरे में नहीं छोड़ना चाहिए. अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ पर सुबह जल चढ़ाना चाहिए और शाम होते ही तिल के तेल का दीपक वहां जलाना चाहिए. अमावस्या के दिन घर की नेगेटिविटी दूर करने के लिए पानी में नमक डालकर पोंछा लगाना चाहिए.