Jaya Kishori : पति- पत्नी के बीच होने वाले कलह के लिए जया किशोरी ने दी सलाह ,देखें वीडियो
Jaya Kishori Katha - कथा वाचक जया किशोरी जी (jaya kishori ) ने अपने एक कथा वाचन (jaya kishori katha )के दौरान एक बेहद ही भावनात्मक और चिंताजनक पारिवारिक विषय पर अपनी चिंता जाहिर की और इसको लेकर लोगों को नसीहत दी जिसे समझने की जरूरत आज के दौर में काफी ज्यादा है. जया किशोरी jaya kishori की कथा व भजनों को काफी ज्यादा सुना जाता है.वो अपने भजनों से तो कभी कथाओं से लोगों को जागरुक करने का प्रयास करती रहती हैं.इसी क्रम में जया किशोरी ने अधिकतर लोगों के दुखती रग पर हाथ रख दिया और कुछ ऐसे मुद्दे छेड़ दिए जिसे आप भी जरूर जानना और सुनना पसंद करेंगे.
By ThakurShaktilochan Sandilya | April 19, 2020 11:56 AM
Jaya Kishori Katha – कथा वाचक जया किशोरी जी (jaya kishori ) ने अपने एक कथा वाचन (jaya kishori katha )के दौरान एक बेहद ही भावनात्मक और चिंताजनक पारिवारिक विषय पर अपनी चिंता जाहिर की और इसको लेकर लोगों को नसीहत दी जिसे समझने की जरूरत आज के दौर में काफी ज्यादा है. जया किशोरी jaya kishori की कथा व भजनों को काफी ज्यादा सुना जाता है.वो अपने भजनों से तो कभी कथाओं से लोगों को जागरुक करने का प्रयास करती रहती हैं.इसी क्रम में जया किशोरी ने अधिकतर लोगों के दुखती रग पर हाथ रख दिया और कुछ ऐसे मुद्दे छेड़ दिए जिसे आप भी जरूर जानना और सुनना पसंद करेंगे.
मशहूर कथा वाचक जया किशोरी ने एक कथा वाचन के दौरान आजकल के दौर में बढ़ रहे पारिवारिक विवाद को सुलझाने का मंत्र दिया. पति-पत्नी के बीच पनपते दरारों की बढ़ती तादात के लिए यह सुझाव बेहद कारगर सिद्ध हो सकता है.पति और पत्नी के बीच होने वाले झगड़े को लेकर जया किशोरी कहती हैं कि यह आम बात है कि एक साथ रहने पर कुछ न कुछ खटर-पटर होता ही है लेकिन पति- पत्नी के बीच आपस मे झगड़ा जिस दिन हो, उस दिन घर छोड़कर दोनों में किसी को नही जाना चाहिए.वो आपके प्रेम को खत्म करता है और दोनों के बीच दूरियां बढ़ा देती है. आप उस समय क्रोध में रहते हैं और सही गलत का फैसला नही कर पाते हैं.दरअसल जया किशोरी एक कथा के दौरान भगवान भोलेनाथ और माता सती की एक प्रसंग को सुनाती हैं और उसी दौरान अपने श्रोताओं को निजी जीवन को लेकर सुझाव भी देती हैं.
जया किशोरी (Jaya kishori ) एक कथा वाचक और भजन गायिका (jaya kishori bhajan ) है. जो बहुत कम उम्र में ही आध्यात्म के मार्ग पर चल पड़ी और बहुत कम समय के अंदर भारत के अलावा विदेशों में भी उनके लाखो श्रोता हो गए जो उनके कथा वाचन को काफी पसंद करते हैं.