जन्म कुंडली के षष्ठ, अष्टम या द्वादश भाव में चंद्रमा की उपस्थिति व्यक्ति को अतिविचारशीलता, संवेदनशीलता, कल्पनाशीलता प्रदान करके भावुक व स्वप्नदृष्टा बनाती है, किंतु अत्यधिक संवेदनशीलता व अति भावुक होने से इनका व्यक्तित्व एकतरफा, रूखा व नाटकीय होकर इनके लाभ और सफलता पर कई बार उद्यम के अभाव में प्रभावित करता है और इनके जीवन पर नकारात्मक असर डालता है. इन्हें धन को जोखिम पूर्ण व्यवसाय में लगाने से बचाना चाहिए तथा सट्टे या फ्यूचर ट्रेडिंग से दूर रहना चाहिए, अन्यथा लाभ की जगह हानि होगी.
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