शिव चालीसा पढ़ते वक्त भूलकर भी ना करें ये गलतियां, वरना अधूरी रह जाएगी आपकी भक्ति
Mahshivratri 2025 Shiv Chalisa Paath: महाशिवरात्रि के दिन शिव चालीसा पाठ करने से शुभ फल मिलता है, पर इस पढ़ने के दौरान कुछ गलतियों से बचना चाहिए. आइए जानें
By Shaurya Punj | February 26, 2025 11:21 AM
Mahshivratri 2025 Shiv Chalisa Paath: शिव चालीसा भगवान शिव की स्तुति में गाए जाने वाला एक दिव्य और शक्तिशाली भजन है.इसे विशेष रूप से सोमवार, शिवरात्रि, प्रदोष व्रत और चतुर्दशी के दिन पढ़ना अत्यंत शुभ माना जाता है.लेकिन, यदि पाठ करते समय सही विधि का पालन न किया जाए, तो इसके लाभ कम हो सकते हैं. इसलिए, शिव चालीसा का पाठ करते समय इन 7 गलतियों से बचना बेहद जरूरी है.
क्या गलती होती है? – अशुद्ध शरीर, मैले कपड़े या अस्वच्छ स्थान पर शिव चालीसा पढ़ना.
क्या करना चाहिए? – स्नान करके साफ और हल्के रंग के कपड़े पहनें. पूजा स्थान स्वच्छ रखें. मांसाहार, शराब और तामसिक भोजन से बचें
शुद्धता न रखना
क्या गलती होती है? – दोपहर 12 बजे से 4 बजे के बीच पाठ करना. यह समय शुभ नहीं माना जाता.
क्या करना चाहिए? – सुबह स्नान के बाद, प्रदोष काल (शाम), या रात्रि के समय शिव चालीसा का पाठ करना सबसे अच्छा होता है.
गलत समय पर पाठ करना
क्या गलती होती है? – दोपहर 12 बजे से 4 बजे के बीच पाठ करना. यह समय शुभ नहीं माना जाता.
क्या करना चाहिए? – सुबह स्नान के बाद, प्रदोष काल (शाम), या रात्रि के समय शिव चालीसा का पाठ करना सबसे अच्छा होता है.
गलत उच्चारण करना
क्या गलती होती है? – कई लोग शिव चालीसा पढ़ते समय शब्दों का गलत उच्चारण करते हैं, जिससे अर्थ बदल जाता है.
क्या करना चाहिए? – शिव चालीसा को सही उच्चारण और स्पष्टता के साथ पढ़ें ताकि सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे.
बीच में पाठ रोक देना
क्या गलती होती है? – बीच में शिव चालीसा पढ़ना बंद कर देना या बार-बार रुकना.
क्या करना चाहिए? – बिना किसी बाधा के पूरा पाठ करें. इससे आपकी भक्ति और श्रद्धा में वृद्धि होगी.
अहंकार और दिखावा करना
क्या गलती होती है? – कुछ लोग शिव चालीसा पढ़ने के बाद खुद को बड़ा भक्त समझने लगते हैं या दूसरों को दिखाने के लिए पाठ करते हैं.
क्या करना चाहिए? – शिव भक्ति में अहंकार की कोई जगह नहीं होती. पूरी श्रद्धा और विनम्रता से पाठ करें, तभी इसका फल मिलेगा.
नियमितता न रखना
क्या गलती होती है? – शिव चालीसा कभी-कभी पढ़ना, लेकिन इसे आदत न बनाना.
क्या करना चाहिए? – एक निश्चित समय और दिन तय करें, जैसे हर सोमवार, प्रदोष व्रत, महाशिवरात्रि या सावन के महीने में, ताकि यह आपकी दिनचर्या का हिस्सा बन जाए.
यदि आप शिव चालीसा का पाठ पूरी निष्ठा, सही विधि और नियमों के साथ करेंगे, तो भगवान शिव की कृपा आप पर बनी रहेगी. इन 7 गलतियों से बचकर आप असीम शांति, समृद्धि और आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त कर सकते हैं.
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ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ 8080426594/9545290847